
Rajnath Jamm-Kashmir Visit, (आज समाज), श्रीनगर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर पहुंचे और उन्होंने सशस्त्र बलों के साथ मुलाकात कर उन्हें ‘आपरेशन सिंदूर’ की सफलता के लिए बधाई दी। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद राजनाथ का जम्मू-कश्मीर का यह पहला दौरा है। राजनाथ ने पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से गोलाबारी के दौरान जम्मू-कश्मीर में गिराए गए गोले का भी निरीक्षण किया।
पीओके में आतंकियों के ठिकाने नष्ट किए, 100 से आतंकी मारे
भारत माता की जय के नारे के साथ अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए राजनाथ ने पहलगाम हमले के प्रतिशोध में आपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नष्ट किए आतंकियों के ठिकानों तथा वहां 100 से अधिक आतंकियों को नेस्तनाबूद करने का भी जिक्र किया। उन्होंने परमाणु हथियारों को संभालने की पाकिस्तान की क्षमता की आलोचना की और पूछा कि क्या पाकिस्तान जैसे दुष्ट राष्ट्र के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं।
आतंकियों ने पहलगाम में कर दी थी 26 निहत्थे लोगों की हत्या
राजनाथ ने कहा, आतंकियों ने लोगों को धर्म देखकर मारा और हमने उन्हें कर्म देखकर मारा। बता दें कि आतंकियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 निहत्थे लोगों की हत्या कर दी थी। मारे गए लोगों में अधिकतर पर्यटक थे। इस घातक हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों आॅपरेशन सिंदूर चलाया था। राजनाथ ने कहा, दुनिया जानती है कि हमारी सेना का निशाना सटीक है और जब वे लक्ष्य पर पहुंचते हैं, तो वे गिनती दुश्मनों पर छोड़ देते हैं।
हमने पाकिस्तान के परमाणु ब्लैकमेल की भी परवाह नहीं की
राजनाथ ने कहा, आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिज्ञा आज कितनी मजबूत है, यह इस बात से पता चलता है कि हमने उनके परमाणु ब्लैकमेल की भी परवाह नहीं की। पूरी दुनिया ने देखा है कि पाकिस्तान ने कितनी गैरजिम्मेदारी से भारत को धमकाया है। आज श्रीनगर की धरती से मैं यह सवाल उठाना चाहता हूं कि क्या ऐसे गैरजिम्मेदार और दुष्ट राष्ट्र के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं। मेरा मानना है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की निगरानी में लिया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री और सशस्त्र बलों को दिया आपरेशन सिंदूर का श्रेय
रक्षा मंत्री ने आपरेशन सिंदूर की सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सशस्त्र बलों के नेतृत्व को दिया। उन्होंने पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ जम्मू-कश्मीर के लोगों द्वारा दिखाए गए गुस्से की भी सराहना की। रक्षा मंत्री ने कहा, हमारे प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में आपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों ने जो किया, उस पर पूरे देश को गर्व है। मैं आपका रक्षा मंत्री हो सकता हूं लेकिन उससे पहले मैं भारत का नागरिक हूं।
जम्मू-कश्मीर के लोगों को एकता के लिए बधाई
जम्मू-कश्मीर के लोगों ने पूरी एकता के साथ पाकिस्तान और आतंकवाद के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया है। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को बधाई देता हूं। मैं उस ऊर्जा को महसूस करने आया हूं जिसने दुश्मन को नष्ट कर दिया है। राजनाथ ने कहा कि जिस तरह से आपने सीमा पार पाकिस्तानी चौकियों और बुनकरों को नष्ट किया है, दुश्मन उसे कभी नहीं भूल सकता। राजनाथ ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हुए अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि भी दी और घायलों के शीघ्र ठीक होने की ईश्वर से कामना की। उन्होंने कहा, मैं पहलगाम में मारे गए निर्दोष नागरिकों को भी सम्मान देता हूं।
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