
6 सितंबर से मानसून कमजोर पड़ने की संभावना
Haryana Weather Update, (आज समाज), चंडीगढ़: मौसम विभाग ने आज हरियाणा के 6 जिलों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल शामिल है। बाकी जिलों में भी कुछेक स्थानों पर बारिश हो सकती है। वहीं, मौसम विभाग ने प्रदेश में 6 सितंबर से मानसून कमजोर पड़ने की संभावना भी जताई है। वहीं, आज अलसुबह जींद में बारिश हुई, जबकि झज्जर, हिसार और फतेहाबाद में अभी भी तेज बारिश हो रही है।
प्रदेश में हो रही बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। कुरुक्षेत्र में घग्गर और मारकंडा नदी का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुस चुका है। सिरसा में भी घग्गर ने फसल बर्बाद की। वहीं, अंबाला में टांगरी नदी का पानी आसपास की कॉलोनियों में भर गया, जिससे लोगों ने बेघरों की तरह सड़कों पर रात गुजारी। प्रदेश में अब तक 47 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है।
हरियाणा में बाढ़ के जैसे हालातों को देखते हुए सरकार ने आईआरबी भोंड़सी की पहली बटालियन जिसमें 950 जवान शामिल हैं, को हरियाणा स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स के रूप में घोषित कर दिया गया है। यह बल आपदा प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत और बचाव कार्यों के लिए तैयार रहेगी। यह टीम यमुनानगर, अंबाला, पंचकूला, करनाल, कैथल, पलवल, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, हिसार, रोहतक, और गुरुग्राम जैसे संवेदनशील जिलों में तैनात की गई है।
पिछले 24 घंटे में 8 लोगों की हो चुकी मौत
पिछले 24 घंटे में कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, भिवानी, करनाल और यमुनानगर में घरों की छतें गिरने से 3 बच्चियों समेत 8 लोगों की मौत हो गई। सिरसा में कार नहर में गिरने, यमुनानगर में यमुना में डूबने से 2 लोगों की मौत हुई। वहीं, पानीपत में 3 साल का बच्चा छत से स्लिप होकर नीचे गिर गया। उसकी मौत हो गई।
कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का तटबंध टूटा
कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी ने शाहाबाद में तबाही मचा रखी है। नैसी गांव के पास मारकंडा का तटबंध भी टूट गया। मारकंडा के बाद घग्गर और राक्षी नदी ने भी रौद्र रूप घारण कर लिया है। पिहोवा में घग्गर के पानी से 4 गांव की सड़कें और खेत डूबे हुए हैं, तो लाडवा में राक्षी नदी ने 2 जगह से तटबंध भी टूट गया। हांलाकि इससे तबाही नहीं हुई।
अंबाला में 10 से ज्यादा कॉलोनियों में घुसा पानी

शिवालिक की तलहटी पर बसे अंबाला जिले में सबसे ज्यादा नदियां गुजरती हैं। यहां टांगरी, मारकंडा, रूण, बेगना और घग्गर नदी प्रमुख हैं। घग्गर को छोड़ दें तो इस बार सभी नदियों ने नुकसान पहुंचाया है। टांगरी सीजन में दो बार उफन चुकी है। रूण व बेगना ने नारायणगढ़ क्षेत्र में फसलों और जमीन का काफी नुकसान पहुंचाया है। टांगरी ओवरफ्लो होने से तटबंध के अंदर बनी 10 से ज्यादा कॉलोनियों को लोगों को घर छोड़कर ऊंचे स्थानों पर जाना पड़ा।
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