Quad Condemns Pahalgam Attack, (आज समाज), वाशिंगटन: क्वाड समूह ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है और इसके दोषियों, वित्तपोषकों, व आयोजकों को जल्द न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान किया है। वाशिंगटन में इस संबंध में जारी एक संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि क्वाड विदेश मंत्रियों ने पहलगाम हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और इसके हमलावरों को बिना देरी न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान किया।
चीन सागर की स्थिति पर जताई चिंता
क्वाड समूह ने चीन का सीधे तौर पर नाम लिए बिना, पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर की स्थिति के बारे में भी गंभीर चिंता जताई इस क्षेत्र में जबरदस्ती व सैन्यीकरण के कृत्यों के साथ-साथ महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखलाओं पर प्रतिबंधों का वर्णन किया। समूह ने स्पष्ट रूप से आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा की है, जिसमें सीमा पार आतंकवाद भी शामिल है और आतंकवाद विरोधी सहयोग के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करता है।
संयुक्त राष्ट्र सदस्य देश भी करें सहयोग
क्वाड समूह के बयान में कहा गया, हम पहलगाम हमले जैसे निंदनीय कृत्य के अपराधियों, आयोजकों और वित्तपोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान करते हैं और सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों से आग्रह करते हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून और प्रासंगिक यूएनएससीआर के तहत अपने दायित्वों के अनुसार इस संबंध में सभी संबंधित अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करें। हमलों के बाद अप्रैल 2025 में पारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में भी भारतीय अधिकारियों के बजाय प्रासंगिक अधिकारियों का संदर्भ दिया गया था।
जानें क्या बोले भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बैठक से पहले कहा, उन्हें उम्मीद है कि क्वाड पार्टनर्स यह समझेंगे और सराहना करेंगे कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपने लोगों की रक्षा करने के अपने अधिकार का प्रयोग करेगा। क्वाड मंत्रियों ने कहा, वे इंडो-पैसिफिक में किसी भी एकतरफा कार्रवाई का दृढ़ता से विरोध करते हैं जो बल या जबरदस्ती से यथास्थिति को बदलने की कोशिश करती है।
खतरनाक और उत्तेजक कार्रवाइयों पर क्वाड मंत्री चिंतित
क्वाड मंत्रियों ने कहा, हम खतरनाक और उत्तेजक कार्रवाइयों के बारे में अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं, जिसमें अपतटीय संसाधन विकास में हस्तक्षेप, नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता में बार-बार बाधा डालना, और सैन्य विमानों और तट रक्षक व समुद्री मिलिशिया जहाजों द्वारा खतरनाक युद्धाभ्यास, विशेष रूप से पानी के तोपों का असुरक्षित उपयोग तथा दक्षिण चीन सागर में टक्कर मारने या अवरुद्ध करने की कार्रवाई शामिल है।
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