विभिन्न रूप से आर्थिक नुकसान पहुंचाने से राष्ट्र कभी भी नहीं कर सकता तरक्की : ज्योति आर्या

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Panipat News/38th three day annual festival program organized by Arya Samaj Atta
Panipat News/38th three day annual festival program organized by Arya Samaj Atta
  • त्याग और प्रेम की भावना से ही हर घर में बन सकता है शांति भरे वातावरण का माहौल : अंकित प्रभाकर
  • आटा गांव में आयोजित किया गया 38वां तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत (समालखा)। बसों में आग लगाने और ट्रेन आदि को विभिन्न रूप से नुकसान पहुंचाने से राष्ट्र कभी भी तरक्की नहीं कर सकता, इसलिए अगर किसी के द्वारा अपना विरोध जताना हैं तो वह उस तरीके से जताए कि राष्ट्र की संपत्ति को किसी भी तरह से नुकसान ना हो, क्योंकि गलत तरीके से विरोध जताने वाले लोग यह नहीं भूले कि राष्ट्र की संपत्ति हर भारतीय की अपनी संपत्ति है।

नुकसान पहुंचाने की बजाय, सुरक्षा करनी चाहिए

उक्त बातें राजस्थान के जयपुर से आई प्रसिद्ध वेद कथावाचक ज्योति आर्य ने आटा गांव में आर्य समाज आटा के द्वारा आयोजित करवाए गए 38वें तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं और पुरुषों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति या सामूहिक रूप से विरोध जताने वाले इस तरह से देश की संपत्ति को नुकसान करके अपना विरोध जताता है तो निश्चित रूप से वह देशद्रोही होता है। इसलिए अपना विरोध सही तरीके से जताएं तो उसमें राष्ट्र की संपत्ति का नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की संपत्ति को अपनी संपत्ति समझकर उस को नुकसान पहुंचाने की बजाय उसकी सुरक्षा करनी चाहिए, क्योंकि हमने राष्ट्र की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा कर उसको उन्नति और विकास की ओर ले जाना है।

त्याग और प्रेम की भावना ही हर घर में सुख शांति ला सकती है

इस अवसर पर कथावाचक अंकित प्रभाकर ने गृहस्थ जीवन पर अपने वक्तव्य में बोलते हुए कहा कि ग्रस्त जीवन त्याग से चलता है और आज जिस तरह से घर और परिवारों में आपस के रिश्ते तार-तार होते जा रहे हैं, आपस के संबंधों में दरार बनती जा रही है इसका मुख्य कारण है अहंकार, क्योंकि जब हम अहंकार के हिसाब से परिवार चलाने की बात करते हैं तो वह परिवार कभी भी नहीं चल पाएगा, इसलिए घर और परिवार में सुख शांति बनाने के लिए त्याग और प्रेम की भावना रखनी चाहिए, क्योंकि त्याग और प्रेम की भावना ही हर घर में सुख शांति ला सकती है। कार्यक्रम में कथावाचक धर्मदेव ने भी अपने वक्तव्य को बहुत ही सुंदर तरीके से रखा और उन्होंने कहा कि आज हमें जरूरत है एक दूसरे का सम्मान करने की, क्योंकि एक दूसरे के सम्मान के बिना ही हम अधूरे हैं। उन्होंने कहा कि मैं किसी दूसरे का सम्मान करूं हमें यह नहीं समझना चाहिए बल्कि यह समझना चाहिए कि मैं उसका सम्मान नहीं  उसके द्वारा अपना सम्मान कर रहा हूं तो निश्चित रूप से समाज में प्रेम भावना जागेगी।

सुख-शांति को लेकर आहुतियां डाली

इस कार्यक्रम में सांसद संजय भाटिया के पुत्र चांद भाटिया पहुंचे। उन्होंने सांसद की ओर से घोषणा की कि आर्य समाज आटा के आर्य भवन में जिस भी निर्माण कार्य की जरूरत होगी, वह उसे पूरा करवाएंगे। इस घोषणा के बाद आर्य समाज आटा की ओर से सांसद संजय भाटिया का नायब सिंह आर्य के द्वारा आभार जताया गया। इस अवसर पर एक विशाल हवन यज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें काफी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने सभी की सुख-शांति को लेकर आहुतियां डाली। इस अवसर पर सूबेदार जगबीर सिंह, डा. सुरेंद्र, मास्टर ओमप्रकाश, नर सिंह आर्य, संदीप आर्य, रोहतास कटारिया, मनदीप आर्य, मुकेश आर्य, जसबीर नंबरदार व अन्य काफी संख्या में आयोजक और विभिन्न जगहों से आए हुए गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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