सामान्य धान 2,369 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड ए का धान 2,389 रुपए प्रति क्विंटल जाएगा खरीदा
Paddy Procurement Haryana, (आज समाज), चंडीगढ़: हरियाणा में किसान लगातार धान और बाजरे की खरीद को लेकर धरना दे रहे हैं। करनाल में किसानों ने धान खरीद को लेकर एक दिन का उपवास भी रखा। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने जल्द ही धान की खरीद शुरू करने का फैसला किया है। कयास लगाए जा रहे है कि हरियाणा में 23 सितंबर से धान की खरीद शुरू हो सकती है।
भारत सरकार ने धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय कर दिया है। इसके मुताबिक हरियाणा में सामान्य धान 2,369 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड ए का धान 2,389 रुपए प्रति क्विंटल खरीदा जाएगा। नीति के मुताबिक टूटा चावल ग्रेड ए और सामान्य में अधिकतम 25 फीसदी होगा। राज्य में वर्किंग चावल मिलों की संख्या 1445 है।
सीएमआर कार्य करने के लिए चावल मिलर को कराना होगा रजिस्ट्रेशन
सीएमआर कार्य करने के लिए प्रत्येक चावल मिलर को संबंधित जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक के पास रजिस्ट्रेशन कराना होगा, ताकि वे ई-खरीद पोर्टल पर एजेंसियों के धान की कस्टम मिलिंग के लिए पात्र हो सकें। रजिस्ट्रेशन के लिए प्रत्येक चावल मिलर को प्रति मिल 3,000 रुपए का पंजीकरण शुल्क देना होगा। यह पंजीकरण एक साल के होगा।
मिलिंग नीति 2025-26 मंजूर
राज्य सरकार ने धान खरीद को मिलिंग नीति 2025-26 को मंजूरी दे दी है। इसके तहत यदि ठेकेदार समय पर धान का उठान नहीं करता है तो राइस मिलर्स धान उठा सकेंगे। इसमें जो भी खर्च होगा, उसका भुगतान हरियाणा सरकार करेगी।
यह कदम धान की खरीद प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए उठाया गया है। हालांकि कस्टम मिलर राइस (उटफ) की कीमतें अभी तक तय नहीं की गई हैं। राज्य सरकार का कहना है कि सीएमआर की कीमतें भारत सरकार से प्राप्त नहीं हुई हैं। भारत सरकार से प्राप्त होने पर इसे संबंधितों को प्रसारित किया जाएगा।
हरियाणा की मंडियों में 84 लाख मीट्रिक टन धान की हो सकती है आवक
पॉलिसी के मुताबिक धान की खरीद एक अक्टूबर से 15 नवंबर 2025 तक होगी। हालांकि राज्य सरकार ने पहले खरीद की अनुमति केंद्र सरकार से मांगी हुई है। बताया जा रहा है कि 22 या 23 सितंबर से धान की खरीद शुरू की जा सकती है। नीति में उल्लेख किया गया है कि कृषि विभाग के पूर्व अनुमानों के अनुसार हरियाणा की मंडियों और खरीद केंद्रों में लगभग 84 लाख मीट्रिक टन धान की आवक होगी।
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