माता लक्ष्मी और चंद्र देव की कृपा पाने के लिए शुभ होती पूर्णिमा तिथि
Margashirsha Purnima Upay, (आज समाज), नई दिल्ली: पूर्णिमा और अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना जाता है। अमावस्या तिथि पितरों की कृपा पाने के लिए उत्तम मानी गई है। वहीं, पूर्णिमा तिथि माता लक्ष्मी और चंद्र देव की कृपा पाने के लिए शुभ होती है। इस साल की आखिरी पूर्णिमा गुरुवार, 4 दिसंबर 2025 यानी की आज है।
यह पूर्णिमा मार्गशीर्ष पूर्णिमा है, जिसे बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस रात आप ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ उपाय अपना सकते हैं, जिन्हें करने से आपको धन की प्राप्ति हो सकती है। आइए जानें कि पूर्णिमा की रात क्या करना चाहिए।
पूर्णिमा की रात में क्या करना चाहिए?
- मां लक्ष्मी की पूजा: पूर्णिमा की शाम को मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें, उनके सामने दीपक जलाएं और ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिभुवन महालक्ष्म्यै अस्मांक दारिर्द्य नाशय प्रचुर धन देहि देहि क्लीं ह्रीं श्रीं ऊँ मंत्र का 108 बार जाप करें।
- चंद्रमा को अर्घ्य दें: पूर्णिमा की रात एक लोटे में पानी, चावल और फूल डालकर चंद्रमा की ओर मुख करके अर्पित करें। मान्यता है कि इससे कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है।
- मंत्र जाप करें: पूर्णिमा की रात को लक्ष्मी-नारायण की कृपा पाने के लिए ॐ लक्ष्म्यै नम: या ॐ नमो भगवते वासुदेवाय जैसे मंत्रों का जाप मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए कर सकते हैं।
- श्री सूक्त या कनकधारा स्तोत्र का पाठ: कर्ज से मुक्ति और धन लाभ के लिए पूर्णिमा की रात को श्री सूक्त या कनकधारा स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए। इससे देवी लक्ष्मी की वास घर में होता है।
- तुलसी पूजा: पूर्णिमा की रात तुलसी के पौधे के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाएं और सात बार परिक्रमा करें। इस दौरान तुलसी माता के मंत्र का जाप करते रहें। मान्यता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि आती है।
- दान-पुण्य करें: पूर्णिमा के दिन अन्न, वस्त्र या धन का दान करें। साथ ही, चंद्रमा से संबंधित चीजों जैसे सफेद खाद्य पदार्थ और कपड़ों का दान करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति सुधरती है।
- पीपल के नीचे दीपक: पूर्णिमा की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। धार्मिक मान्यता है कि इससे त्रिदेवों की कृरा भी प्राप्त होती है।
- कौड़ियां रखें: पूर्णिमा की शाम मां लक्ष्मी की पूजा में पांच पीली कौड़ियां अर्पित करें और बाद में उन्हें लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। मान्यता है कि इससे स्थायी धन का आगमन होता है।
- शिवलिंग की पूजा: पूर्णिमा की रात को दूध, दही और शहद से शिवलिंग का अभिषेक करें और शिव चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि इससे बिगड़े काम पूरे हो सकते हैं।
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