Nitish Kumar: विपक्षी एकता की बैठक में सभी दलों में साथ चलने पर सहमति

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Nitish Kumar
बिहार की राजधानी पटना में बैठक में मौजूद सीएम नीतीश कुमार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी व लालू यादव व अन्य।

Aaj Samaj (आज समाज), Nitish Kumar, पटना: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस व आम आदमी पार्टी सहित 15 राजनीतिक दलों ने बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर बैठक ढाई घंटे चली। अगली विपक्षी एकता की बैठक शिमला में 10 से 12 जुलाई के बीच हो सकती है। बैठक के बीच राजनीतिक पार्टियों की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में नीतीश कुमार ने बताया कि सभी दलों के बीच एक साथ चलने पर सहमति बनी है।

अध्यादेश के खिलाफ साथ नहीं दे रही कांग्रेस : केजरीवाल

उन्होंने कहा कि दलों के बीच एक साथ चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है। बिहार सीएम ने कहा कि सब पार्टियों की जल्द अगली मीटिंग होगी। इस बीच प्राप्त जानकारी के अनुसार केजरीवाल पटना से रवाना हो गए हैं और उन्होंने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस पर साथ न देने का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार विपक्षी एकता की बैठक में हर सीट पर बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी मैदान में उतारने, भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का नाम, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम, सीटों के बंटवारे का फॉमूर्ला व दिल्ली अध्यादेश पर चर्चा हुई।

बाला साहेब ठाकरे कहते थे, शिवसेना को कांग्रेस नहीं बनने देंगे : जेपी नड्डा

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि उद्धव ठाकरे आज पटना पहुंच गए हैं। उनके पिता ‘हिंदू सम्राट’ बाला साहेब ठाकरे कहा करते थे कि वह शिवसेना को कांग्रेस नहीं बनने देंगे। अगर मुझे कांग्रेस से हाथ मिलाना पड़ा तो मैं अपनी दुकान बंद कर दूंगा। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, विपक्षी दलों के नेताओं की पटना में हो रही बैठक का मकसद परिवार बचाओ है। वंशवादी पार्टियां अपने परिवार को बचाने के लिए गठबंधन कर रही हैं। इसी तरह के प्रयास 2019 में भी किए गए थे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, जो उद्धव ठाकरे मुफ्ती को लेकर हम पर तंज कसते थे आज उनके साथ बैठे हैं।

कांग्रेस को मदद की जरूरत : स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विपक्षी एकता की बैठक को लेकर कहा कि यह बेहद हास्यपद है कि कांग्रेस की छत्रछाया में कुछ ऐसे नेता एकत्र हो रहे हैं, जिन्होंने आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की हत्या का नजारा देखा था। यह हास्यपद है कि वो लोग एकजुट होंगे, जो राष्ट्र को यह संकेत देना चाहते हैं कि उनकी स्वयं की क्षमता पीएम मोदी के आगे विफल है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, मैं विशेषतौर पर कांग्रेस का आभार व्यक्त करना चाहती हूं कि उन्होंने सार्वजनिक तौर पर यह घोषित कर दिया कि कांग्रेस पीएम मोदी को अकेले हराने में नाकाम है। उन्हें सहारे की जरूरत है।

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