कम डीजल में लें ज्यादा काम
Tractor Mileage Tips, (आज समाज), नई दिल्ली: खेती-किसानी में ट्रैक्टर का इस्तेमाल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। जुताई, बुवाई, सिंचाई, और ढुलाई- हर काम के लिए ट्रैक्टर जरूरी हो गया है। लेकिन अगर ट्रैक्टर डीजल ज्यादा पीने लगे, तो किसान का मुनाफा घटने लगता है। आज के समय में डीजल की कीमत बहुत ज्यादा है, ऐसे में जरूरी है कि ट्रैक्टर को इस तरह चलाया जाए कि वह कम डीजल में ज्यादा काम करे। आइए जानते हैं कुछ आसान तरीके, जिनसे ट्रैक्टर की माइलेज बढ़ाई जा सकती है।
ट्रैक्टर की समय-समय पर देखभाल है जरूरी
ट्रैक्टर भी एक मशीन है और इसकी देखभाल उतनी ही जरूरी है, जितनी किसी वाहन की। अगर समय पर सर्विसिंग न करवाई जाए, तो इंजन की क्षमता घट जाती है और डीजल ज्यादा खर्च होता है। हर 250 घंटे के बाद इंजन आॅयल, फिल्टर वगैरह बदलवाना जरूरी है। इससे ट्रैक्टर अच्छी हालत में रहता है और कम ईंधन में भी बढ़िया प्रदर्शन देता है।
काम के अनुसार गियर का करें चुनाव
गियर का सही इस्तेमाल ट्रैक्टर की माइलेज बढ़ाने में बड़ा रोल निभाता है। अगर हल्का काम है और भारी गियर में ट्रैक्टर चलाया जा रहा है, तो डीजल फालतू खर्च होगा। इसी तरह, अगर भारी काम में हल्का गियर लगाया जाए, तो भी इंजन पर दबाव पड़ेगा। इसलिए यह समझना जरूरी है कि किस काम में कौन-सा गियर उपयुक्त है।
टायर का दबाव सही रखें
अक्सर खेत में काम करते समय किसान टायर की हवा चेक नहीं करते, लेकिन यही छोटी सी बात डीजल की खपत बढ़ा सकती है। अगर टायर में हवा कम या ज्यादा हो, तो ट्रैक्टर को चलाने में ज्यादा ताकत लगती है और इंजन पर जोर पड़ता है। हमेशा तय माप के अनुसार ही टायर में हवा रखें और खेत में जाने से पहले एक बार जरूर जांच लें।
बेवजह इंजन चालू न रखें
कई बार खेत में थोड़ी देर रुकने पर किसान ट्रैक्टर का इंजन बंद नहीं करते। लेकिन यह आदत डीजल की बबार्दी का कारण बनती है। अगर 5 मिनट से ज्यादा रुकना है, तो इंजन बंद कर देना चाहिए। इससे ईंधन की बचत होती है और इंजन की उम्र भी बढ़ती है।
खेत में काम करने की योजना पहले बनाएं
बिना सोचे-समझे खेत में ट्रैक्टर चलाना समय और डीजल दोनों की बबार्दी है। अगर पहले से यह तय कर लिया जाए कि काम किस दिशा से शुरू करना है, तो ट्रैक्टर को बार-बार घूमाना नहीं पड़ेगा और ईंधन की बचत होगी। खेत में सीधा और व्यवस्थित तरीके से काम करने से माइलेज बढ़ता है।
शुद्ध और अच्छे डीजल का ही करें इस्तेमाल
कभी-कभी सस्ता डीजल खरीदने के चक्कर में किसान मिलावटी डीजल भरवा लेते हैं, जो ट्रैक्टर की सेहत के लिए खराब होता है। इससे इंजन जल्दी खराब होता है और ट्रैक्टर ज्यादा डीजल पीता है। हमेशा किसी भरोसेमंद और लाइसेंस प्राप्त डीजल पंप से ही ईंधन भरवाएं।
थोड़ी समझदारी, ज्यादा फायदा
अगर किसान ट्रैक्टर के रखरखाव और इस्तेमाल के तरीके पर थोड़ा ध्यान दें, तो डीजल की खपत को आसानी से कम किया जा सकता है। इससे खेती का खर्च घटेगा, ट्रैक्टर लंबे समय तक सही चलेगा और मुनाफा भी बढ़ेगा। याद रखें समझदारी से चलाया गया ट्रैक्टर, किसान की जेब पर हल्का और खेत में भारी साबित होता है।
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