बाद में नहीं पड़ेगा पछताना
Second-Hand IPhone (आज समाज) नई दिल्ली: आज के दौर में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। चाहे वो बातचीत हो, बैंकिंग, शॉपिंग, फ्लाइट टिकट बुक करना या कुछ और। ऐसे में एक टिकाऊ और भरोसेमंद फोन में निवेश करना समझदारी है। इस लिहाज से आईफोन एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है।
बहुत से लोग आज नया आईफोन खरीदने की बजाय सेकेंड हैंड या रिफर्बिश्ड आईफोन लेना ज्यादा किफायती और समझदारी भरा कदम मानते हैं, लेकिन खरीदने से पहले कुछ जरूरी बातें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है।
इन बातों को रखें ध्यान
- भरोसेमंद विक्रेता से ही खरीदें: आॅनलाइन ढेरों आॅफर्स होते हैं, लेकिन उनमें कई स्कैम भी छिपे होते हैं। हमेशा Amazon, BestBuy, या रिफर्बिश्ड प्रोडक्ट्स की विश्वसनीय वेबसाइट्स से ही खरीदें। ग्राहक रिव्यू पढ़ें, रिटर्न पॉलिसी चेक करें और बहुत सस्ते आॅफर से सावधान रहें।
- बैटरी की स्थिति जरूर जांचें: अधिकतर रिफर्बिश्ड आईफोन में पुरानी बैटरी होती है, हालांकि एपल-सर्टिफाइड रिफर्बिश्ड फोन में नई बैटरी और बाहरी कवर के साथ एक साल की वारंटी भी मिलती है। दूसरे विक्रेताओं के मामले में यह उनकी पॉलिसी पर निर्भर करता है, इसलिए खरीदने से पहले बैटरी कंडीशन जरूर जांचें।
- ग्रेडिंग सिस्टम को समझें: हर प्लेटफॉर्म इस्तेमाल किए गए फोन की स्थिति बताने के लिए ग्रेडिंग सिस्टम (जैसे A, B, C) का इस्तेमाल करता है। इसे ध्यान से पढ़ें ताकि यह पता चल सके कि फोन की हालत कैसी है और उसमें कितनी घिसावट है।
- बहुत पुराना मॉडल न खरीदें: ऐसा आईफोन चुनें जो तीन जनरेशन पुराना हो। पांच-छह साल से ज्यादा पुराने आईफोन में iOS अपडेट मिलना बंद हो सकता है, जिससे एप्स या सिक्योरिटी फीचर्स काम नहीं करेंगे।
- वॉटर डैमेज चेक करें: आईफोन में लिक्विड कॉन्टेक्ट इंडिकेटर के जरिए पानी से नुकसान चेक किया जा सकता है। यह आमतौर पर सिम ट्रे के अंदर होता है और अगर लाल रंग का है तो इसका मतलब है फोन पानी में भीग चुका है। अगर यह सफेद या सिल्वर है, तो फोन ठीक है।