Kanwar Ravindra Saini ने गीता घर-घर पहुंचाना बना लिया अपना कर्म  

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Kanwar Ravindra Saini
मुख्यमंत्री को श्रीमद्भगवद्गीता भेंट करते कंवर रवींद्र सैनी।
  • अपनी जेब में एक गीता रखते है और दिन में किसी एक को ये गीता जरूर देते है
  • अब तक करीब 25 हजार गीता बांट चुके है
Aaj Samaj (आज समाज),Kanwar Ravindra Saini, पानीपत : जीवन का सार कही जाने वाली श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ने और कथा करने वाले तो सुने होंगे, पर गीता को उपहार स्वरूप देने वाले कोटों में कोई ही होते है। सुखदेव नगर निवासी कंवर रवींद्र सैनी ने तो गीता घर-घर पहुंचाने को मानों अपना कर्म ही बना लिया हो। अपनी जेब में एक गीता रखते है और दिन में किसी एक को ये गीता जरूर देते है। गौरतलब है कि अब तक करीब 25 हजार गीता बांट चुके है। अलबत्ता पिता स्व. फतेह सिंह सैनी की स्मृति सभा में भी उन्होंने 2100 गीता का वितरण किया था। श्रीमद्भागवत गीता में ही इस बात का जिक्र है कि इस परम ज्ञान को दूसरों तक पहुंचाना चाहिए। ऐसा करने से पुण्य मिलता है। वहीं, कुछ ग्रंथों में भी कहा गया है कि ग्रंथ का दान महादानों में एक है। भगवान के मुख से निकले परम ज्ञान का दान करने से जाने-अनजाने में हुए हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं। ऐसा करके कंवर रवींद्र सैनी न केवल लोगों में गीता के प्रति आस्था जगा रहे बल्कि पुण्य भी कमा रहे हैं।

जीयो गीता संस्था के पानीपत की कोर टीम के सदस्य है कंवर रवींद्र सैनी

न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते।
तत्सस्वयं योगसंसिद्धः कालेनात्मनि विन्दति॥
अर्थात इस संसार में ज्ञान के समान पवित्र करने वाली कोई वस्तु नहीं है। जिसने योग में पूर्णता प्राप्त कर ली है, वह समय के साथ इसे अपने भीतर ही पा लेता है। इस भाव को कंवर रवींद्र सैनी ने महसूस किया जब वृंदावन में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के सत्संग में गए थे। तब उन्हें गीता प्रेरणा पुस्तक पढ़ने को मिली। इस पुस्तक को पढ़ने के साथ ही उन्होंने ठान लिया कि यह श्रीमद्भगवद्गीता का वितरण करेंगे। गत वर्ष गीता महोत्सव के दौरान उन्होंने 1830 गीता का वितरण किया। लोग इन्हें गीता वाले कंवर रवींद्र सैनी कहने लगे है। जीयो गीता संस्था के पानीपत की कोर टीम के सदस्य है। रवींद्र सैनी दीपावली पर गीता का ही उपहार सभी को देते हैं। घर-घर जाते हैं, उपहार स्वरूप यही देकर आते हैं। कहकर भी आते है कि इसे पढ़ना और आत्मसात भी करना है। रवींद्र सैनी ने बताया कि एक राजदूत को उन्होंने संस्कृत और हिंदी लिखित गीता भेंट की थी। बाद उन्होंने अंग्रेजी लिखित गीता मांगी तो उन्हें उपलब्ध कराई।

ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज के जिला अध्यक्ष

कंवर रवींद्र सैनी ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज के जिला अध्यक्ष होने के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य है। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े है। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज का कोई भी कार्यक्रम पानीपत में होता है, तो यह पानीपत की टीम में शामिल रहते हैं। कुछ समय पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पानीपत आए तो उन्हें भी गीता भेंट की। मुख्यमंत्री मनोहरलाल को भी गीता भेंट  कर चुके हैं। मुख्यमंत्री से श्रीमद्भागवत गीता पर परिचर्चा की। उन्होंने बताया कि दूसरे अध्याय के 47 वें श्लोक से प्रेरित हो कर सदा निष्काम रूप से निरंतर कर्मा करते चले तथा फल की चिंता न करे क्योंकि कर्म करना मनुष्य का कर्तव्य है एवं उसका फल केवल परमात्मा के अधीन है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिली गीता साथ रखने की प्रेरणा 

46 वर्षीय कंवर रविंद्र सैनी ने बताया कि यह कुरुक्षेत्र में स्वामी ज्ञानानंद का सत्संग सुनने गए थे। यहां पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल भी थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी जेब में गीता रखते है। उस दिन से ये विचार आया कि क्यों न यह भी जेब में गीता रखें। उन्होंने छोटे आकार की गीता मंगाई। पॉकेट में रखने लगे। संकल्प लिया कि दिन में एक गीता का वितरण जरूर करेंगे। रवींद्र सैनी की धर्मपत्नी शिखा सैनी है। बेटी युविका दसवीं और बेटा युवराज तीसरी क्लास में पढ़ता है। युवराज को गीता के कई श्लोक कंठस्व है। संयुक्त परिवार में मां सरोज, छोटा भाई अधिवक्ता यतींद्र सैनी उर्फ टाइगर है।

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