अब पंजाब के जेल होंगे सुधार घर, अब तक मिल चुके सैकड़ों मोबाइल

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Jail Minister Harjot Singh Bains
Jail Minister Harjot Singh Bains

आज समाज डिजिटल, Chandigarh News : पंजाब की जेलें अब सुधारगृह बनने जा रहीं हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार विशेष कदम उठाएगी। जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने जेलों को सुधार गृह बनाने की दिशा में कई कदम उठाने की इच्छा जाहिर की। पिछले 50 दिन में यहां 710 मोबाइल मिले थे।

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जल्द तलाशेंगे मोबाइल रोकने की तकनीक

पंजाब के जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने जेलों को सुधार घर बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जेलों में मोबाइल को रोकने के लिए तकनीकी समाधान तलाशने के भी निर्देश दिए हैं। जेलों में अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए मैनपॉवर भी बढ़ाई जाए। बैंस ने अधिकारियों को हिदायत दी कि जेलों में मोबाइल फोन के प्रयोग को पूरी तरह से बंद करने और जेल के अंदर चल रहे फोनों के बारे में पता लगाने के लिए नवीनतम तकनीक बरतने के लिए रूप-रेखा तैयार की जाए। पंजाब भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री ने जेलों में मैनपावर बढ़ाने के अलावा जेल विभाग के विशेष मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ को जेलों में अवैध गतिविधियों में शामिल कैदियों पर नकेल कसने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मी तैनात करने के लिए कहा है।

गैंगस्टरों का गठजोड़ तोड़ने की कवायद

मंत्री ने कहा कि जेलों में गैंगस्टरों और अपराधियों के गठजोड़ को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की और चलाई जा रही विशेष मुहिम के अंतर्गत अब तक निर्धारित समय में जेलों से सबसे अधिक मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। भविष्य में यह भी सुनिश्चित बनाया जाएगा कि जेलों के अंदर से एक भी अवैध गतिविधि न की जा सके। इस दौरान बैठक में शामिल भारतीय आई।टी। या संचार प्रणाली एकीकरण कंपनी एमएपीएल ने कैबिनेट मंत्री को सुरक्षा व्यवस्था की पूरी रूपरेखा बताई और ये भी बताया कि किस प्रकार जीयो मैपिंग के द्वारा जेलों को कवर किया जाएगा। कंपनी की ओर से बताया गया कि जीयो फैन्सिंग और प्रौद्यौगिकी की ओर से मोबाइल, वाट्सएप और अन्य कॉल के सिगनल प्राप्त किए जा सकेंगे।

रियल टाइम डेटा तैयार, जल्द ब्लॉक होंगे मोबाइल

रियल टाइम डेटा तैयार किया जाता है। मोबाइल उपयोगकतार्ओं के वास्तविक स्थान का पता लगाने के अलावा कॉल को तुरंत ब्लॉक किया जा सकेगा। जानकारी के मुताबिक 16 मार्च से 10 मई तक एक विशेष मुहिम चलाई गई, जिसके अंतर्गत कैदियों से 710 के करीब मोबाइल फोन बरामद किए गए। 16 मार्च से 31 मार्च तक 166 मोबाइल फोन बरामद किए गए, जबकि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक 354 मोबाइल बरामद हुए हैं। इसके अलावा 1 मई से 10 मई तक की कार्यवाही के दौरान 190 मोबाइल फोन पकड़े हैं।

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