पंचकूला के 3 ब्लॉक के स्कूलों में छुट्टी
Haryana Weather Update, (आज समाज), चंडीगढ़: पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण नदी नाले उफान पर है। हरियाणा में घग्घर, यमुना और मारकंडा नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। हरियाणा के पंचकूला में आज सुबह से हो बारिश के कारण खडूनी में करीब 1 करोड़ रुपए की लागत से बनाया पुल बह गया है। पुल बहने से गांव का संपर्क टूट गया है। लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं छामला गांव में नाले पर बना पुल डूब गया है।
बारिश को देखते हुए स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है। 3 ब्लॉक के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। जिन स्कूलों में छुट्टी घोषित की है, उनमें मोरनी ब्लॉक के सभी स्कूलों के साथ बरवाला ब्लॉक का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बरवाला, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल पारवाला, पिंजौर ब्लॉक का राजकीय प्राथमिक स्कूल प्रेमपुरा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल भोरियां, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बाड़गोदाम शामिल हैं।
पंचकूला की डीसी मोनिका गुप्ता ने अभिभावकों, स्टूडेंट्स औप शिक्षकों से मौसम की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकले की अपील की है। वहीं आज, सोमवार को अंबाला, रेवाड़ी, झज्जर, पंचकूला और कुरुक्षेत्र के पिहोवा में बारिश हुई। करनाल, पानीपत, कैथल, जींद में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
खाई में गिरने से बची रोडवेज की बस

उधर, मोरनी-पंचकूला मार्ग पर यात्रियों से भरी बस खाई में गिरने से बच गई। यहां बारिश के कारण सड़क पर कीचड़ जमा था। बस अनियंत्रित होकर खाई की तरफ चली गई, लेकिन ड्राइवर की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया। यात्रियों ने राहत की सांस ली।
यमुना भी उफान पर, 5 जिलों में बाढ़ का खतरा
वहीं यमुना नदी में पानी उफान पर है। नदी का जलस्तर बढ़ने से हरियाणा के यमुनानगर, करनाल, पानीपत और सोनीपत जिले सबसे ज्यादा प्रभावित है। इसके बाद आखिर में फरीदाबाद को यमुना प्रभावित करती है। क्योंकि हरियाणा में यमुना नदी इन्हीं जिलों से होकर गुजरती है। पूर्व में यमुना में उफान आने के बाद अक्सर इन जिलों में यमुना से सटे इलाकों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। ऐसे में यमुना का उफान लगातार इन जिलों के लिए लोगों की टेंशन बढ़ा रहा है।
अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द
वहीं, चंडीगढ़ मुख्यालय से संबंधित विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने के साथ-साथ उन्हें स्टेशन न छोड़ने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा घग्गर नदी पर तटबंध को मजबूत किया जा रहा है। जिला स्तर पर प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है।
हथनीकुंड बैराज के सभी फ्लड गेट खोले

वहीं हथिनीकुंड बैराज पर रात 2 बजे 1 लाख 5 हजार क्यूसेक पानी आने से सभी गेट खोल दिए गए हैं। इस समय 2 लाख 72 हजार क्यूसेक पानी है, जोकि इस सीजन का सबसे अधिक है।
10 ट्रेनें रद्द
आपदा प्रबंधन दल और संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। वहीं, उत्तर रेलवे के जम्मू मंडल में भारी वर्षा से कठुआ-माधोपुर पंजाब स्टेशनों के बीच ब्रिज पर तकनीकी दिक्कत हो गई है। इसे देखते हुए आज चलने वाली 10 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
हिसार में 65 से अधिक गांवों की बत्ती गुल

हिसार में लगातार बारिश से लोगों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है। लगातार 3 दिन से हो रही बारिश के कारण 33 केवी सब स्टेशन भिवानी रोहिल्ला-बुड़ाक, आर्य नगर-बरवाला और भाटला सब स्टेशनों में तीन-तीन फुट तक पानी भर गया है। इसके कारण हिसार सर्कल के 65 से अधिक गांवों में 12 घंटे से ज्यादा बिजली गुल रही। वहीं बारिश के कारण 7 गांवों में ड्रेन टूट गई हैं।
बालसमंद की बासड़ा, गांव घिराय स्थित ड्रेन, टोकस-पातन, मात्रश्याम, दौलतपुर, न्योलीकलां, शाहपुर व लुदास के पास ड्रेन टूट गई, जिससे हजारों एकड़ भूमि पानी में डूब गई है। इन गांवों में करीब 100 से अधिक लोगों को घरों में पानी घुसने से मकानों को छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा।
2 सितंबर को इन जिलों में बारिश का अलर्ट
पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर,करनाल, कुरूक्षेत्र, कैथल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक,चरखी दादरी,झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल में बारिश का यलो अलर्ट है। वहीं सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और जींद के कुछेक स्थानों पर बारिश की संभावना है। बाकी बचे सभी जिलों में अधिकांश क्षेत्र में बारिश की संभावना है।
3 सितंबर को मानसून के कमजोर पड़ने की संभावना
मानसून के कमजोर पड़ने का अनुमान जताया है। जिससे बारिश में कमी देखने को मिलेगी। इस दिन कसी जिले में अलर्ट नहीं है जबकि प्रदेश के कुछेक के स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
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