बरनाला (अखिलेश बंसल)केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे किसानों का वीरवार को गुस्सा भड़क गया, उन्होंने भारी संख्या में एकत्रित होकर भाजपा के राष्ट्रीय नेता अजीत सिंह ग्रेवाल के धनौला स्थित खेतों में पहुंचकर धान की फसल की पूरी फसल को तहस-नहस कर दिया। जिसका पता लगने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही, पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास नहीं किया। मामला यह था कि भाजपा के राष्ट्रीय नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल के कस्बा धनोला स्थित खेतों में धान की बुवाई करवाई थी। जैसे ही किसानों को पता लगा कि लगभग डेढ़ एकड़ में धान की बुवाई हो चुकी है, भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के प्रदेश स्तरीय नेता बलवंत सिंह उपली और दर्शन दास बाबा के नेतृत्व में किसान भारी संख्या में जा पहुंचे।
उन्होंने ट्रैक्टरों की मदद लेकर भाजपा नेता के खेतों में खड़ी सारी फसल को तहस-नहस कर दिया। हालांकि घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच भी गई लेकिन वह मूकदर्शक बनकर सारा घटनाक्रम देखती रही, किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। किसानों से भाजपा नेता के खेतों से उखाड़ी फसल उठा कर बठिंडा चंडीगढ़ नेशनल हाईवे मार्ग पर फेंक कर चले गए। किसानों ने मीडिया से बात करते कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ लागू किए गए आर्डिनेंस को रद्द करने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है लेकिन हरजीत सिंह ग्रेवाल जोकि पंजाबी है और किसान नेता भी रहा है लेकिन भाजपा की हाईकमान को किसानी समस्याएं नहीं बता सका बल्कि वह किसानों के खिलाफ बेतुकी टिप्पणियां करता रहा है। जो कि असहनीय है। उन्होंने चेतावनी दी के जब तक केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों काले कानून रद्द नहीं होंगे तब तक भाजपा नेताओं का विरोध जारी रहेगा। अगर कोई भाजपा नेता ठेके पर जमीन लेगा या कोई भाजपा नेता को ठेके पर जमीन देगा तो वह अपने नुकसान का खुद जिम्मेदार होगा।


