बिजली निगम फर्जीवाड़े में पानीपत पुलिस की दबिश, एक कर्मचारी को ले गई साथ

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Electricity Corporation
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प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
बिजली निगम में हुए फर्जीवाड़े को लेकर पानीपत पुलिस ने बिजली निगम के एक कर्मचारी को साथ ले गई। एक्सइन आफिस में भी उस कर्मचारी को लेकर टीम पहुँची। बताया जा रहा है कि यहाँ पर क़ीमतों दस्तावेज़ खंगाले। अब तक इस मामले में कई कर्मचारियों की गिरफ़्तारी हो चुकी है।

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लोन दिलाने का दिया झांसा

यह है मामला-नौ फरवरी को पानीपत जिला निवासी एक ड्राइवर शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचा । उसने शिकायत में कहा कि दो लोगों ने उसे लोन दिलाने का झांसा दिया । बाद में उसके खाते में 3.50 लाख रुपए आए । वहीं लोन का झांसा देने वालों ने वे पैसे उसके अकाउंट से निकलवा कर वापस ले लिए ।

63 लाख रुपए का फर्जी वाउचर आरोप लगाकर केस दर्ज कराया

उसने बैंक में जाकर पता किया तो पता चला कि ये पैसे बिजली निगम के अकाउंट से आए हैं । इस मामले में पानीपत सीआईए टू की टीम ने बिलासपुर एक्सईएन नीरज और अकाउंटेंट योगेश लांबा को गिरफ्तार कर लिया । हालांकि इसी बीच एक्सईएन नीरज ने बिलासपुर में शिकायत देकर एलडीसी राघव वधावन, योगेश लांबा, राकेश नंदा और चक्रवर्ती शर्मा पर 63 लाख रुपए फर्जी वाउचर से निकलवाने का आरोप लगाकर केस दर्ज कराया ।

फर्जीवाड़ा करोड़ों रुपये तक पहुँच गया था

वहीं तीसरा मामला अब शहर यमुनानगर थाने में राघव और योगेश के खिलाफ हुआ यहां पर जगाधरी डिविजन एक्सईएन ने इन पर 25 लाख रुपए फर्जी वाउचर से निकलवाने का आरोप लगाया । हालाँकि बाद में यह फर्जीवाड़ा करोड़ों रुपये तक पहुँच गया था । अभी जाँच चल रही है।

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