Jassi Petwar: दुष्यंत चौटाला खुद को छोटूराम-देवीलाल से बड़ा नेता समझते हैं: जस्सी पेटवाड़

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Jassi Petwar: दुष्यंत चौटाला खुद को छोटूराम-देवीलाल से बड़ा नेता समझते हैं: जस्सी पेटवाड़
Jassi Petwar: दुष्यंत चौटाला खुद को छोटूराम-देवीलाल से बड़ा नेता समझते हैं: जस्सी पेटवाड़

नारनौद विधायक ने जजपा की रैली में दुष्यंत चौटला के दिए बयानों पर किया पलटवार
Jassi Petwar, (आज समाज), हिसार: दुष्यंत चौटाला अब खुद को छोटूराम-देवीलाल से बड़ा नेता समझने लग गए है। यह कहना है हिसार के नारनौंद से कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ का। पेटवाड़ गत दिवस पत्रकारों के सवालों को जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने जजपा के स्थापना दिवसउ के मौके पर जींद के जुलाना में आयोजित रैली में दुष्यंत चौटाला के दिए बयानों पर पलटवार किया।

उन्होंने कहा कि खुद को किसानों का बड़ा नेता बताने वाले दुष्यंत चौटाला ने कृषि कानूनों पर किसानों का साथ भी नहीं दिया। दुष्यंत चौटाला भाजपा की गोद में बैठे रहे, जबकि किसान सड़कों पर धरना देते रहे। आज दुष्यंत उकलाना और नारनौंद की कांग्रेस टिकटों पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जबकि राजनीतिक धरातल पर सच्चाई इसके बिल्कुल उलट है।

सीटें सौदेबाजी से नहीं, जनता के भरोसे से जीती जाती हैं

पेटवाड़ ने कहा कि जितने वोट पूरी जजपा को हरियाणा की 89 और 90 सीटों पर मिलकर भी नहीं मिले। उससे ज्यादा वोट उकलाना की जनता ने कांग्रेस उम्मीदवार को अकेले देकर जिताया है। इसी तरह जितने वोट दुष्यंत को पूरे प्रदेश में नहीं मिले, उससे ज्यादा नारनौंद की जनता ने उन्हें अकेले को देकर विधानसभा भेजा है। उन्होंने तंज कसा कि दुष्यंत जी, सीटें सौदेबाजी से नहीं, जनता के भरोसे से जीती जाती हैं।

दुष्यंत ने बीजेपी से सौदेबाजी इनेलो को तोड़ा

जस्सी पेटवाड़ ने आरोप लगाया कि अगर 2018 में दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी से सौदेबाजी कर मोटी कमाई के चक्कर में इनेलो को न तोड़ा होता, तो 2019 में हरियाणा में इनेलो की सरकार बननी तय थी। उन्होंने कहा कि सत्ता के लोभ में दुष्यंत ने पिता और दादा की विरासत से विश्वासघात किया और भाजपा की गोद में बैठकर सिर्फ कुर्सी और कमाई पर ध्यान दिया।

किसान आंदोलन में दुष्यंत सत्ता के सुख में डूबे रहे

जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि किसान आंदोलन के समय पूरे देश का किसान सड़कों पर था, 750 किसान शहीद हो गए, पर दुष्यंत सत्ता के सुख में डूबे रहे। उन्होंने कहा कि पिपली, जींद, हिसार और हरियाणा भर में किसानों पर हुई लाठीचार्ज के दौरान अगर दुष्यंत ने ईमानदारी से किसानों के साथ खड़े होकर विरोध किया होता, तो इतने किसान मौत के मुंह में न जाते। उन्होंने कहा कि किसानों को शराबी और कबाबी कहना दुष्यंत की किसानों के प्रति सोच का स्तर दिखाता है। हरियाणा का अन्नदाता इस अपमान को कभी नहीं भूलेगा।

सत्ता में रहकर भ्रष्टाचार का साम्राज्य खड़ा किया

जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि उपमुख्यमंत्री रहते हुए दुष्यंत ने 11 बड़े विभाग अपने पास रखे और वहां खुलेआम भ्रष्टाचार किया। युवाओं की भर्ती, उद्योग विभाग और परिवहन में हुए घोटालों की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि जनता सब जानती है और समय आने पर जवाब देगी।