चमत्कारी उपायों से आपकी सभी समस्याएं हो जाएंगी हल
Vaman Dwadashi Upaay, (आज समाज), नई दिल्ली: वामन जयंती का पर्व भगवान विष्णु के पांचवें स्वरूप के लिए मनाया जाता है। हर साल भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी को वामन द्वादशी या वामन जयंती के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु के वामन रूप के अवतार का जन्म हुआ था और यह शुभ दिन श्रवण नक्षत्र और अभिजीत मुहूर्त में मनाया जाता है। इस बार वामन जयंती 4 सितंबर को मनाई जाएगी। इस दिन कुछ उपाय करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
ये उपाय करें
- वामन द्वादशी के दिन वामन कलश पर 12 गुलाबी फूल चढ़ाने से प्रेम संबंधों में तरक्की होती है और प्रेम भाव बना रहता है।
- वामन जयंती के दिन पेन पर 108 बार वं वामनाय नम: मंत्र का जाप करने से शिक्षा एवे प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता मिलती है।
- वामन कलश पर इत्र लगाकर 12 सिक्के चढ़ाएं और पीले कपड़े में बांधकर रखने से नौकरी में मनचाही तरक्की होगी और व्यापार में उन्नति के योग बनेंगे।
- वामन जयंती के दिन वामन कलश पर कांस के बर्तन में गाय के घी का बारह मुखी दीप प्रज्वलित करने से पारिवारिक कलेश दूर होता है और सुख समृद्धि बनी रहती है।
- वामन द्वादशी पर वामन कलश पर चंदन से तिलक करें और उसी तिलक को अपने माथे पर लगाएं। इससे अच्छी सेहत मिलती है और शरीर को सभी बिमारियों से छुटकारा मिलता है।
- भगवान विष्णु के वामन रूप की प्रतिमा की पूजा करने और दक्षिणावर्ती शंख में गाय के दूध सेअभिषेक करने से समस्त परेशानियां दूर होती हैं और मनचाहा वरदान प्राप्त होता है।
- वामन द्वादशी के दिन भगवान वामन की पूजा में 52 पेड़े या लड्डू का भोग लगाने से भगवान वामन प्रसन्न होते हैं और मन को शांति मिलने के साथ साथ शुभ फल भी मिलता है।
मनुष्य के सभी दुख हो जाते हैं दूर
धार्मिक मान्यताओं है कि वामन जयंती के दिन श्रावण नक्षत्र होने पर इस व्रत की महत्ता और बढ़ जाती है। इस दिन उपवास करने, वामन भगवान की स्वर्ण प्रतिमा की पंचोपचार विधि से पूजा करने की परंपरा है।
यदि कोई भी इंसान इस दिन पूर्ण श्रद्धा के साथ वामन भगवान का पूजन करता है तो उसके सभी दुख दूर हो जाते हैं और जीवन में खुशहाती आती है। अगर आप जीवन के पारिवारिक कलेश से परेशान हैं तो उन्हें वामन जयंती के दिन इन चमत्कारी उपायों से आपकी सभी समस्याएं हल हो जाएंगी।
बृहस्पति ग्रह से जुड़ी सभी परेशानियों मिलेगा छुटकारा
भगवान विष्णु के वामन अवतार का संबंध बृहस्पति ग्रह से जुड़ा है। इसी कारण कहा जाता है कि गुरु ग्रह कुंडली के खराब या दुर्बल होने पर वामन अवतार की कथा पढ़ने और उपवास करने से बृहस्पति ग्रह से जुड़ी सभी परेशानियां दोष खत्म हो जाते हैं।
मान्यता है कि किसी की कुंडली में बृहस्पति शनि/राहु/केतु के साथ है या छठे, आठवें और बारहवें स्थान में बैठा है तो वामन देव की विशेष पूजा करने का अनुष्ठान बताया गया है। बृहस्पति की दशा से गुजर रहे लोगों के लिए यह व्रत वरदान साबित हो सकता है।
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