Delhi Polluted Air: दिल्ली 483 एक्यूआई के साथ फिर दुनिया के टॉप प्रदूषित शहरों में शामिल

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Delhi Polluted Air
दिल्ली 483 एक्यूआई के साथ फिर दुनिया के टॉप प्रदूषित शहरों में शामिल

Aaj Samaj (आज समाज), Delhi Polluted Air, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार ‘गंभीर श्रेणी’ में बनी हुई है और रविवार को भी इसमें कोई सुधार नहीं हुआ। डॉक्टरों ने इस तरह के मौसम को प्रेग्नेंट महिलाओं व बच्चों के लिए सबसे ज्यादा खतरे वाला बताया है। स्विस ग्रुप आईक्यू एयर के आंकड़ों के मुताबिक, रविवार सुबह 7.30 बजे 483 एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के साथ नई दिल्ली फिर से रियल टाइम लिस्ट में टॉप पर रही। इसके बाद लाहौर में एक्यूआई 371, कोलकाता का 206 और मुंबई 162 एक्यूआई के साथ वायु प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित 5 शहरों में शामिल रहे। यानी दिल्ली कोलकाता और मुंबई के साथ दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक रही।

  • मास्क पहनने की सलाह

पांचवीं तक के सभी स्कूल 10 नवंबर तक बंद

प्रदूषण की बदतर होती स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एहतियातन पांचवीं तक के सभी स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद रखने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री आतिशी ने पर बताया कि छठी से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए भी आॅनलाइन क्लास करने पर विचार किया जा रहा है। पहले सीएम अरविंद केजरीवाल ने 3 और 4 नवंबर को स्कूल बंद करने का निर्देश दिया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, पांच नवंबर की सुबह 4 बजकर 18 मिनट पर दिल्ली में एक्यूआई 453 दर्ज किया गया।

टॉप-10 प्रदूषित शहरों में एनसीआर के…

सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक भारत के टॉप-10 प्रदूषित शहरों में एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में रविवार को एक्यूआई 476 और फरीदाबाद में 456 दर्ज किया गया। वहीं, नोएडा में 433, हरियाणा के गुरुग्राम में 435, सिरसा में 432, कैथल में 455, फतेहबाद में 454 और हिसार में एक्यूआई लेवल 447 रहा। बता दें कि एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।

हरियाणा व यूपी के पराली के धुएं ने बढ़ाई परेशानी : गोपाल राय

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, केंद्र सरकार के आकड़े के अनुसार पंजाब में पराली पिछले साल से कम जलाई गई है और इस राज्य से पराली के धुएं का दिल्ली पर उतना असर नहीं है, जितना हरियाणा और उत्तर प्रदेश का है क्योंकि हवा में गति ही नहीं है। हवा चलेगी तब पंजाब का धुंआ दिल्ली तक आएगा। उन्होंने कहा, अभी दिल्ली में चारों ओर का धुंआ आया है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पराली का धुंआ दिल्ली पहुंच रहा है।

कम बारिश प्रदूषण बढ़ने का बड़ा कारण : वैज्ञानिक

दिल्ली में बढ़ते पॉल्यूशन को लेकर वैज्ञानिकों ने चिंता जताई है। उनके मुताबिक आने वाले दिनों में दिल्ली की हवा और खराब हो सकती है। साथ ही वैज्ञानिकों ने बारिश का कम होना प्रदूषण के बढ़ने की बड़ी वजह बताई। इस साल अक्टूबर में केवल एक दिन 5.4 मिमी बारिश हुई। जबकि अक्टूबर 2022 में 6 दिन 129 मिमी और अक्टूबर 2021 में 7 दिन 123 मिमी बारिश हुई थी।

दिल्ली की हवा 25-30 सिगरेट के धुएं जितनी जहरीली

एयर क्वालिटी को लेकर गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल के डॉक्टर अरविंद कुमार ने बताया है कि 400-500 एक्यूआई वाली हवा 25-30 सिगरेट के धुएं के बराबर है और इसका असर सभी ऐज ग्रुप के लोगों पर समान रूप से पड़ता है। दिल्ली में प्रदूषण पर अपोलो हॉस्पिटल के डॉ. निखिल मोदी ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है।

दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर नीरज गुप्ता ने कहा कि खराब एयर क्वालिटी प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे को भी नुकसान पहुंचाती है। इसके अलावा प्रदूषण से स्किन और दिल से जुड़ी बीमारियों होने का खतरा रहता है। साथ ही ऐसे मौसम में डायबिटीज, अल्जाइमर और लगातार सिरदर्द हो सकता है। एक्यूआई बढ़ने का असर रेस्पिरेटरी सिस्टम पर भी पड़ता है। जैसे-जैसे एक्यूआई बढ़ता है, छोटे बच्चों के दिमागी विकास पर बुरा असर पड़ता है। उनकी मानसिक शक्ति कम होने लगती है।

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