Jind News: जींद में मनाया दिल्ली की सीएम का जन्मदिन, विधायकों ने भेंट की कोथली, सीएम ने पहनाया चांदी का मुकुट

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Jind News: जींद में मनाया दिल्ली की सीएम का जन्मदिन, विधायकों ने भेंट की कोथली, सीएम ने पहनाया चांदी का मुकुट
Jind News: जींद में मनाया दिल्ली की सीएम का जन्मदिन, विधायकों ने भेंट की कोथली, सीएम ने पहनाया चांदी का मुकुट

सीएम बनने के बाद पहली बार पैतृक गांव पहुंची रेखा गुप्ता
Jind News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के जींद में आज दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता का जन्मदिन मनाया गया। रेखा गुप्ता सीएम बनने के बाद पहली बार पैतृक गांव नंदगढ़। नंदगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में मंच पर ही दिल्ली की सीएम ने केक काटकर बर्थड सलिबे्रट किया। इस दौरान सीएम नायब सैनी ने उन्हें चांदी का मुकुट पहनाया। वहीं डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्ढा, मंत्री कृष्ण बेदी और विधायक रामकुमार गौतम ने उन्हें कोथली दी।

इससे पहले दोनों सीएम ने जुलाना में अग्रसेन भवन का उद्घाटन किया। इसके बाद सीएम नायब सैनी ने कहा कि रेखा गुप्ता का पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित रहा है। इन्होंने संगठन के साथ रहकर देश हित में काम किया है। सीएम सैनी ने जींद के नए अग्रवाल भवन ओर नंदी कामधेनू गोशाला के लिए 31 लाख रुपए देने का ऐलान किया। वहीं रेखा गुप्ता ने कहा कि मैं ये विश्वास दिलाना चाहती हूं कि ये भाई बहन की जोड़ी धुआं उठा देगी। दिल्ली वाले कहते हैं कि धुएं से पॉल्यूशन होता है। मैं कहना चाहती हूं कि ये धुआं पॉल्यूशन का नहीं विकास का होगा।

भाई-बहन की जोड़ी धुआं उठा देगी: रेखा गुप्ता

रेखा गुप्ता ने कहा कि मैं ये विश्वास दिलाना चाहती हूं कि ये भाई बहन की जोड़ी धुआं उठा देगी। दिल्ली वाले कहते हैं कि धुएं से पॉल्यूशन होता है। मैं कहना चाहती हूं कि ये धुआं पॉल्यूशन का नहीं विकास का होगा।

नंदगढ़ गांव में साल 1974 में हुआ रेखा गुप्ता का जन्म

रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को नंदगढ़ गांव में ही हुआ था। उनके पिता जयभगवान बैंक आॅफ इंडिया में काम करते थे। साल 1972-73 में वह मैनेजर बने तो उनका ट्रांसफर दिल्ली हो गया। इसके बाद उनका परिवार दिल्ली चला गया। इस वजह से रेखा की स्कूल की पढ़ाई से लेकर कॉलेज की पढ़ाई दिल्ली में हुई। उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई के बाद कुछ समय तक वकालत भी की।

नंदगढ़ से जुलाना शिफ्ट हुआ परिवार

रेखा गुप्ता का पुश्तैनी गांव नंदगढ़ जींद के जुलाना हलके में है। यहां उनके दादा मनीराम और परिवार के लोग रहते थे। गांव के बलवान नंबरदार बताते हैं कि करीब 50 साल पहले तक रेखा के दादा मनीराम जिंदल और परदादा गंगाराम गांव में ही रहते थे। गांव में उन्होंने दुकान की हुई थी। इसके बाद इन्होंने जुलाना में आढ़त की दुकान कर ली और परिवार समेत वहीं शिफ्ट हो गए।

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