Chandigarh News : पार्क हॉस्पिटल, मोहाली ने ‘वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे’ पर जागरूकता बढ़ाई

0
110
Park Hospital, Mohali raises awareness on 'World Brain Tumour Day'

(Chandigarh News) चंडीगढ़। “भारत में ब्रेन ट्यूमर की घटनाएं और इसकी व्यापकता तेज़ी से बढ़ रही हैं। हर साल लगभग 40,000 से 50,000 लोगों को ब्रेन ट्यूमर की पहचान होती है, जिससे औसतन जीवन प्रत्याशा 20 वर्ष तक घट जाती है। ये आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं।“

शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्क हॉस्पिटल मोहाली में ब्रेन एवं स्पाइन सर्जरी कंसल्टेंट, डॉ. अनिल सोफत ने कहा,”ब्रेन ट्यूमर के 100 से अधिक प्रकार होते हैं, और हर एक की पहचान, लक्षण, इलाज और परिणाम अलग-अलग होते हैं। ब्रेन ट्यूमर की चिकित्सा के लिए लगातार शोध कार्य चल रहे हैं। इसलिए, ब्रेन ट्यूमर से बचाव के लिए कोई विशेष रोकथाम उपाय अभी तक प्रमाणित नहीं है।

न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. संगीता प्रधान ने बताया, “ब्रेन ट्यूमर कैंसरयुक्त और गैर-कैंसरयुक्त हो सकते हैं और इनका इलाज सभी उपलब्ध तरीकों सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी का उपयोग करने के बाद भी केवल एक सीमित समय के लिए ही प्रभावी रहता है। हालांकि, ये शरीर के अन्य अंगों के कैंसर की तरह मेटास्टेसाइज नहीं करते , अर्थात शरीर के अन्य भागों में नहीं फैलते। वहीं, बिनाइन ट्यूमर अधिकतर मस्तिष्क के चारों ओर की संरचनाओं (एक्सट्रिंसिक) से उत्पन्न होते हैं। इन्हें सर्जरी के माध्यम से पूरी तरह से हटाया जा सकता है ।

और यदि पूर्णतः निकाले जाएं तो सामान्यतः ये दोबारा नहीं होते। कुछ ट्यूमर ऐसे भी हैं जिन्हें स्टेरियोटैक्टिक या न्यूरो-नेविगेशन आधारित रेडियोथेरेपी से प्रभावी रूप से ठीक किया जा सकता है, विशेषकर जब इनकी पहचान प्रारंभिक अवस्था में हो, जब ट्यूमर छोटा हो।”

कंसल्टेंट, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी डॉ. जोबन जीत कौर ने कहा,“ब्रेन ट्यूमर सभी प्रकार के कैंसर का लगभग 2% होते हैं। विश्वभर में हर दिन लगभग 500 नए ब्रेन ट्यूमर के मामले सामने आते हैं, और इनमें से अधिकांश वंशानुगत नहीं होते। ब्रेन ट्यूमर नवजात शिशु से लेकर वृद्धावस्था तक किसी भी उम्र में हो सकता है।

सीनियर कंसल्टेंट, जनरल सर्जरी व मेडिकल डायरेक्टर डॉ. विमल विभाकर ने बताया कि “ब्रेन ट्यूमर सर्जरी की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि ऑपरेशन से पहले सर्जन के पास उस ट्यूमर के बारे में कितनी विशिष्ट जानकारी है। इसके लिए एमआरआई की विशेष तकनीकें, जैसे फंक्शनल एमआरआई और फाइबर ट्रैक्ट इमेजिंग अत्यंत सहायक होती हैं। इनसे सर्जन को ट्यूमर तक सुरक्षित मार्ग तय करने में मदद मिलती है।”

ब्रेन ट्यूमर के प्रारंभिक लक्षण:

1. बार-बार सिरदर्द होना
2. चक्कर आना
3. मतली और उल्टी
4. दौरे (फिट्स)
5. मानसिक स्थिति या व्यक्तित्व में बदलाव, व्यवहार संबंधी समस्याएं
6. याददाश्त की कमी
7. चलने में अस्थिरता
8. बोलने में कठिनाई
9. एक या अधिक अंगों में कमजोरी या संवेदना में बदलाव
10. चेहरे या शरीर के एक तरफ कमजोरी या लकवा
11. दृष्टि, सुनने या ठीक से बोलने में समस्याएं

Chandigarh News : एसटीपीआई ने मनाया अपना 34वां स्थापना दिवस