Chandigarh News: प्रशासन ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली को और अधिक व्यावहारिक और प्रेरणादायक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। अब शहर के 42 सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में विद्यार्थियों को सिर्फ किताबों की जानकारी ही नहीं, बल्कि असल जिंदगी के अनुभव और करियर से जुड़ी सलाह भी दी जाएगी।
प्रशासन ने स्कूल मेंटरशिप प्रोग्राम की शुरुआत की है, जिसके तहत 168 सीनियर अफसर, डॉक्टर, इंजीनियर और प्रोफेशनल्स हर हफ्ते एक दिन स्कूल जाकर छात्रों से संवाद करेंगे।
अनुभव और मार्गदर्शन का मिलेगा सीधा फायदा
इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना, उन्हें करियर के विकल्पों से परिचित कराना, हेल्थ, इंटरनेट सेफ्टी, आत्मविश्वास, स्वच्छता जैसे मुद्दों पर सीधा मार्गदर्शन देना है।इन मेंटर्स में कई वरिष्ठ आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर्स और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स शामिल हैं, जो अपनी व्यस्त दिनचर्या में से समय निकालकर बिना किसी मानदेय के बच्चों को सीख देंगे।
बॉक्स लाइन
कौन-कौन अफसर बनेंगे गेस्ट टीचर
स्कूल मेंटर अफसर
PM श्री स्कूल, धनास
प्रो. विवेक लाल (PGI डायरेक्टर), हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़ डायरेक्टर शिक्षा
सेक्टर-18- राजीव कुमार (मुख्य सचिव), तरनाजीत सिंह बामरा (CII चेयरमैन)
सेक्टर-10 – निशांत कुमार यादव (DC चंडीगढ़)
सेक्टर-8 – पुष्पेंद्र कुमार (IGP)
सेक्टर-15 – अजय चगती (IAS)
सेक्टर-16-मनदीप सिंह बराड़ (IAS)
सेक्टर-19-हरि कल्लिक्कट (IAS)
सेक्टर-20
स्वप्निल एम. नाइक (IAS), सूर्या चंद्रकांत और सुरेन्द्र गुप्ता (CII)
सेक्टर-21- प्रेरणा पुरी (IAS)
सेक्टर-22- सौरभ अरोड़ा (PCS)
सेक्टर-23-मोहम्मद मसूद एल और अमित कुमार (IAS)
सेक्टर-26- प्रदीप कुमार (IAS)
सेक्टर-27- चौधरी अभिजीत विजय (IAS)
सेक्टर-28-संतोष कुमार (IFS)
सेक्टर-32-अखिल कुमार (DANICS)
सेक्टर-33-सुमेर प्रताप सिंह (IPS), भारती सूद (PHDCCI)
सेक्टर-35-कंवरदीप कौर (IPS), हरनूर कौर (CII)
सेक्टर-56-पालिका अरोड़ा, रितिका सिंह (CII)
मनीमाजरा-अनुराधा एस चगती
सोशल मीडिया पर भी होगा प्रसारण
इन सेशंस को रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया जाएगा ताकि अन्य स्कूलों के बच्चे भी इन अनुभवों का लाभ उठा सकें।
क्यों है यह पहल खास?
• विद्यार्थियों को रियल लाइफ स्किल्स की जानकारी मिलेगी
• करियर को लेकर जागरूकता बढ़ेगी
• हेल्थ, मेंटल वेलनेस और सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी जैसे मुद्दों पर संवाद होगा
• बच्चों में आत्मविश्वास और संवाद कौशल विकसित होगा
इस पहल से यह उम्मीद की जा रही है कि चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों बच्चों को ऐसी शिक्षा और मार्गदर्शन मिलेगा जो उन्हें सिर्फ अच्छा छात्र ही नहीं, बल्कि एक जागरूक, आत्मनिर्भर और उद्देश्यपूर्ण नागरिक बनाएगा।