Banwari Lal Purohit: पंजाब गवर्नर एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल ने दिया इस्तीफा

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Banwari Lal Purohit
पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ।

Aaj Samaj (आज समाज), Banwari Lal Purohit, चंडीगढ़: पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को अपना त्यागपत्र भेजा और इसका कारण निजी बताया है। बनवारीलाल ने पत्र में कहा, व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण, मैं पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से अपना इस्तीफा दे रहा हूं, कृपया इसे स्वीकार करें।

  • बनवारी लाल पुरोहित ने त्यागपत्र का कारण निजी बताया

सीएम भगवंत मान ने एक दिन पहले साधा था निशाना

बता दें राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक दिन पहले शुक्रवार को बनवारी लाल पर निशाना साधा था। उन्होंने दिल्ली में कहा था कि हमें पंजाब में राज्यपाल तंग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बात-बात पर राज्यपाल कह देते हैं कि यह कानूनी नहीं गैर-कानूनी है। लोकतंत्र में इलेक्टेड राज चलता है। कई लोगों ने सेलेक्टेड राज की आदत डाल ली है।

बेदाग छवि की पहचान रखने वाले बीजेपी नेता हैं बनवारी लाल

बेदाग छवि की पहचान रखने वाले बीजेपी नेता बनवारी लाल ने अगस्त 2021 में पंजाब के 36वें राज्यपाल का पद संभाला था। वह मध्य भारत के सबसे पुराने अंग्रेजी दैनिक ‘द हितवाद’ के प्रबंध संपादक भी रहे हैं। बनवारी लाल प्रख्यात शिक्षाविद्, प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रवादी विचारक हैं। उनके पास सार्वजनिक जीवन में 4 दशक से अधिक समय का अनुभव रहा है। 2017 से 2021 तक वह तमिलनाडु के राज्यपाल रहे। 2016 से 2017 तक वह असम के राज्यपाल रहे। तीन बार नागपुर से सांसद रह चुके हैं। बनवारी लाल का जन्म 16 अप्रैल 1940 में राजस्थान में हुआ था।

विवादों से घिरा रहा कार्यकाल

पंजाब में उनका कार्यकाल काफी विवादों से घिरा रहा। खासतौर पर भगवंत मान सरकार के बनने के बाद से उनके और सीएम के रिश्तों में काफी तल्खी देखी गई थी। विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर तो दोनों में रार इतनी बढ़ी कि मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। बनवारी लाल अक्सर सरकार से विभिन्न मुद्दों को लेकर जवाब मांगते रहते थे। अक्टूबर में पंजाब विधानसभा के दो दिवसीय सत्र में पेश किए जाने वाले तीन विधेयकों को मंजूरी देने से उन्होंने इनकार कर दिया था। सीएम भगवंत मान समेत आम आदमी पार्टी ने इस पर उनका विरोध किया था।

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