जलाएं 14 दीपक, मिलेगी जगत के पालनहार की कृपा
Anant Chaturdashi, (आज समाज), नई दिल्ली: अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के अनंत रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। कई स्थानों पर इसे चौदस के नाम से भी जाना जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन 14 दीपक जलाने का विशेष महत्व माना गया है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, भाद्रपद माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर अनंत चतुर्दशी मनाई जाती है। यह तिथि भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के लिए भी काफी खास मानी गई है। साथ ही इस दिन पर गणेश विसर्जन भी किया जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि लाभ प्राप्ति के लिए आप इस दिन पर किस तरह के 14 दीपक जला सकते हैं।
अनंत चतुर्दशी शुभ मुहूर्त
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरूआत 6 सितंबर से ब्रह्म मुहूर्त 3 बजकर 12 मिनट पर हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 7 सितंबर को देर रात 1 बजकर 41 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि को देखते हुए, अनंत चतुर्दशी का पर्व शनिवार, 6 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन पूजा का मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहेगा। अनंत चतुर्दशी पूजा मुहूर्त – सुबह 6 बजकर 2 मिनट से देर रात 1 बजकर 41 मिनट तक
इस तरह जलाएं दीपक
अनंत चतुर्दशी के दिन प्रदोष काल में अपने घर में 14 दीपक जलाना काफी शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इससे साधक को भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही साधक का घर धन-धान्य से भर जाता है। इस दीपकों को आप इस तरह से जला सकते हैं।
- सबसे पहले मिट्टी या पीतल के 14 दीपक लें और इन्हें अच्छे से साफ कर लें।
- दीपक में जलाने के लिए गाय के घी या फिर सरसों के तेल का उपयोग करें।
- अनंत चतुर्दशी के दिन प्रदोष काल में इन दीपकों को जलाएं।
- इन सभी दीपक को घर के 14 अलग-अलग स्थानों पर रख दें।
इन स्थानों पर रखें दीपक
- पूजा घर
- रसोई घर।
- तुलसी के पास।
- मुख्य द्वार पर।
- तिजोरी के पास या धन के स्थान पर।
- पानी के नल के पास।
- घर के चारों कोनों में एक-एक दीपक।
- घर की छत पर।
- घर के बाहर पितरों के लिए।
- घर की सीढ़ियों पर।
- घर के आंगन में।