गोताखोरों ने निकाले शव
Yamunanagar News (आज समाज) यमुनानगर: हरियाणा के यमुनानगर में 3 बच्चों की नहर में डूबने से मौत हो गई। तीनों बच्चे पश्चिमी यमुना नहर में नहाने गए थे। गोताखोरों की मदद से सभी बच्चों के शव नहर से बाहर निकाले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बच्चों की उम्र 12, 14 और 15 वर्ष थी।
एसएचओ नर सिंह ने बताया कि अभी तक दो अन्य लड़ाकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। सूचना आसपास के गांव में पहुंच चुकी है, लेकिन अभी तक किसी के भी परिजन थाने में नहीं आए हैं। वे मृतकों के परिजनों तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।
मस्ती करते हुए गहरे पानी में चले गए बच्चे
पुलिस के मुताबिक, तीनों बच्चे स्टूडेंट बताए गए है, जो रविवार को छुट्टी होने की वजह से दोपहर में यमुना में नहाने आए थे। तीनों ने यमुना किनारे अपने कपड़े उतारे और नहर में कूद गए। पहले तो तीनों यमुना के किनारे ही नहा रहे थे। मगर, पानी में मस्ती करते हुए अंदर चले गए, जहां गहराई ज्यादा थी।
आसपास के लोगों ने बच्चों को बचाने की कोशिश की
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गहरे पानी में जाते ही एक बच्चा डूबने लगा था। डूबते हुए वह चिल्लाने लगा तो दोनों अन्य बच्चे उसे बचाने के लिए भी उसके पास पहुंच गए। मगर, दोनों भी डूबने लगे। तीनों ने बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। बच्चों के डूबते ही वहां खड़े कुछ लोग उन्हें बचाने तुरंत ही नहर में कूद गए। मगर, तब तक तीनों बच्चे पानी में समा चुके थे।
लोगों ने कुछ देर उनकी तलाश भी की, लेकिन पता नहीं लगा। इसके बाद तुरंत सूचना पुलिस और एसडीआरएफ दी गई। पुलिस और एसडीआरएफ मौके पर पहुंची और कुछ ही देर में तीनों बच्चों के शव बाहर निकाल लाई।
एक बच्चे की हुई शिनाख्त
एक बच्चे की शिनाख्त पवन (15) के रूप में हुई। पवन कक्षा 9 में पढ़ता था। उसके पिता विरेंद्र चौधरी ने बताया कि वे मूल रूप से भोजपुर, बिहार के रहने वाले है और वर्तमान में यमुनानगर के बुड़िया गांव में परिवार के साथ रहता है। वह यमुनानगर की प्लाइवुड फैक्ट्री में मजदूरी करता है।
उसके छह बच्चे हैं, जिनमें 3 लड़के और 3 लड़कियां हैं। पवन दूसरे नंबर का था। पवन जब घर से निकला था, तो उस वक्त घर पर कोई नहीं था। उन्हें दोपहर में सूचना मिली की पवन के साथ अनहोनी हो गई है।
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