गोशालाओं में चारे के लिए स्वेच्छा से करें भूमिदान: नगराधीश: Voluntarily Donate Land For Fodder In Cowsheds

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Voluntarily Donate Land For Fodder In Cowsheds
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प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर:
Voluntarily Donate Land For Fodder In Cowsheds: नगराधीश अशोक कुमार ने जिला वासियों से अपील की है कि कोई व्यक्ति गोशालाओं और गऊ के चारे के लिए स्वेच्छा से भूमि देना चाहता है वह आगे आए। नगराधीश बुधवार को अपने कार्यालय में गऊशाला संचालकों व पशुपालन विभाग के अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।

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चारा भी दे सकते हैं गोशाला में (Voluntarily Donate Land For Fodder In Cowsheds)

उन्होंने कहा कि जिले में अधिक से अधिक गोवंश का पालन किया जाए और गऊशाला संचालकों को सुविधा दी जा सके। उन्होंने कहा कि गऊशालाओं में चारे के लिए कोई भी पंचायत व अन्य कोई व्यक्ति स्वेच्छा से अपनी भूमि गऊओं के चारे के लिए देना चाहता है व दे सकता है। वहां पर गऊओ के लिए चारा उगाकर चारे को गऊशालाओ तक पहुंचाने पर विचार विमर्श किया गया। उन्होंने गऊशाला संचालकों को सुझाव दिया कि जिन गऊशालाओ में दुधारू पशु है, उनके दूध से कई प्रकार के प्रोडेक्ट बनाए जा सकते है।

गोशालाओं की आर्थिक स्थिति सुधरेगी (Voluntarily Donate Land For Fodder In Cowsheds)

इससे गऊशालाओं की आर्थिक स्थिति सुधार होगा। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा पशुपालन विभाग के माध्यम से समय-समय पर गऊशालाओं को चारे के लिए अनुदान भी दिया जाता है। उन्होंने गऊशाला संचालकों को कहा कि वे गऊरक्षको को भी प्रोत्साहित करें कि वह अन्य लोगो को भी इस कार्य से जोड़े ताकि बेसहारा पश्ुाओ को गऊशालाओ तक पहुंचाया जा सके। इससे पशुओं की तस्करी पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिला पुलिस द्वारा एक स्पेशल टीम का गठन किया गया है जो कि पशुओ की तस्करी रोकने के लिए गऊरक्षको के बुलाने पर तुरंत कार्रवाई करती है।

पालने के लिए ले जा सकते हैं गोवंश (Voluntarily Donate Land For Fodder In Cowsheds)

उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई व्यक्ति गोवंश को पालने के लिए ले जाना चाहता है तो जिला प्रशासन द्वारा उसको परमिट दिया जाता है। गाय पालने के लिए ले जाने वाले किसी भी व्यक्ति को नाजायज तंग न किया जाए। नगरनिगम के अधिकारी अनिल नैन ने बताया कि नगरनिगम द्वारा भी बेसहारा पशुओ को गऊशालाओ में पहुुंचाया जाता है। विभाग द्वारा गाय के रखरखाव के लिए 2000 हजार रुपए व छोटे गौवंश के लिए 1100 रुपए आर्थिक सहायता दी जाती है।

ये लोग रहे मौजूद (Voluntarily Donate Land For Fodder In Cowsheds)

इस अवसर पर डीएसपी प्रमोद कुमार, पशु पालन विभाग के उप निदेशक डॉ. प्रेम सिंह, एसडीओ डॉ. सतबीर सिंह, डिप्टी डीए जीके टंडन, गऊशाला जगाधरी से विनोद शर्मा व सीता राम मित्तल, गऊशाला छछरौली से कंवर कुमार व नरेश कुमार उपस्थित रहे।

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