हाईप्रोफाइल भ्रष्टाचार मामले में परते हटाने में लगी विजिलेंस टीम Vigilance in Action Mode

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Vigilance in Action Mode

आज समाज डिजिटल, करनाल:

Vigilance in Action Mode: हाईप्रोफाइल भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस टीम परते हटाने में लगी हुई है। इस मामले में बुधवार को नया मोड आ गया, जब कोर्ट ने विजिलेंस की अपील कर तहसीलदार का 5 दिन का रिमांड मंजूर कर लिया। 5 दिन का रिमांड मिलने के बाद विजिलैंस टीम दावा कर रही है कि इस मामले में अब कई बड़े खुलासे होने की संभावना बढ़ गई है।

कोर्ट द्वारा मंगलवार को तहसीलदार का एक दिन का पुलिस रिमंाड दिया था, मगर विजिलैंस टीम द्वारा कोर्ट में पक्ष रखा गया कि एक दिन में तहसीलदार से भ्रष्टाचार की जड़ का खुलासा नहीं हो पाएगा, इसलिए उन्होंने दोबारा से रिमांड मांगा, जिसे कोर्ट ने मंजूर करते हुए अब 5 दिन का रिमांड दे दिया। रिमांड के दौरान विजिलैंस टीम खुलासा करेगी कि भ्रष्टाचार के इस खेल में कौन-कौन शामिल है। वहीं इस मामले में आई.ए.एस अधिकारी की संलिप्ता पर विजिलैंस कुछ भी कहने से बच रही है।

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डी.टी.पी व तहसीलदार की संपत्ति की जांच होगी Vigilance in Action Mode

भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद अब डी.टी.पी विक्रम कुमार व तहसीलदार राज बख्स की संपत्तियों की जांच की जाएगी। जांच होगी कि उनकी कहा-कहा पर संपति है और कितनी संपति है, यह उनके पास कहा से आई। जांच होगी कि जो डायरी डी.टी.पी से बरामद हुई है, उसमें जो नाम लिखे हुए है। उनकों भी पूछताछ में शामिल किया जाएगा।

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3 करोड़ की भी जांच कर रही विजिलेंस Vigilance in Action Mode

विजिलैंस की पूछताछ में पता चला है कि तहसीलदार राज बख्स द्वारा 3 करोड़ रूपए डी.टी.पी को शेयर मार्किट में लगाने के लिए दिए थे। आरोप है कि यह पैसे रिश्वतखोरी के थे। विजिलैंस इन 3 करोड़ रूपए की भी जांच कर रही है कि यह कहा से आए है। जिन्होंने यह पैसे दिए है, उनकी भी जांच की जाएगी। चर्चा यह भी है कि कोर्ट में पेशी के दौरान तहसीलदार ने बड़े-बड़े नामों का खुलासा किया है। मगर इसकी पूष्टी नहीं हो पाई है।

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