Real Life Web Series List : रूह कंपा देंगी ये रियल स्टोरी पर बेस्ड वेब सीरीज, जानें कहां देखें पूरी लिस्ट

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Real Life Web Series List : रूह कंपा देंगी ये रियल स्टोरी पर बेस्ड वेब सीरीज, जानें कहां देखें पूरी लिस्ट

आज समाज, नई दिल्ली: Real Life Web Series List : अगर आप भी उन ओटीटी दर्शकों में शामिल हैं जो हर बार कुछ नया, दमदार और रियल देखना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए ही है। वैसे तो ओटीटी पर काल्पनिक कहानियों की भरमार है, लेकिन कुछ ऐसी सीरीज भी हैं जो सच्ची घटनाओं से प्रेरित हैं

और इनकी सच्चाई इतनी कड़वी और खौफनाक है कि देखने के बाद रूह कांप जाए। यहां हम आपको बता रहे हैं उन वेब सीरीज के बारे में जो हकीकत पर आधारित हैं और जिन्हें देखकर आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे। जानिए किस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं ये धांसू वेब सीरीज:

भौकाल

उत्तर प्रदेश के चर्चित आईपीएस नवनीत सिकेरा की असल जिंदगी पर आधारित यह वेब सीरीज, ‘भौकाल’, कानून और अपराध के बीच संघर्ष की बेहद तीखी झलक दिखाती है। मुजफ्फरनगर जैसे इलाके में कानून की वापसी की कहानी देखने लायक है। एक्शन, ड्रामा और हकीकत का कॉम्बो चाहें तो इसे जरूर देखें।

IC 814: कंधार हाईजैक

विजय वर्मा स्टारर इस सीरीज में 1999 में हुए IC 814 हाईजैक की असली कहानी को दिखाया गया है। अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी ये सीरीज राजनीति, आतंक और इंसानी हिम्मत की एक सच्ची तस्वीर पेश करती है। नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध ये सीरीज आपको झकझोर कर रख देगी।

स्कूप

पत्रकारिता की दुनिया में झांकने वाली ‘स्कूप’ एक रियल लाइफ रिपोर्टर जिग्ना वोरा की कहानी है, जिस पर एक क्राइम रिपोर्टिंग के केस में झूठा आरोप लगता है। हंसल मेहता की ये रचना मीडिया, पावर और सिस्टम की सच्चाई को दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ती।

रंगबाज

गैंगस्टर की कहानियों में रुचि रखने वालों के लिए ‘रंगबाज’ किसी ट्रीट से कम नहीं। इसका हर सीजन अलग गैंगस्टर की सच्ची कहानी पर आधारित है — श्रीप्रकाश शुक्ला (सीजन 1), आनंदपाल सिंह (सीजन 2) और बिहार के गैंगस्टर मोहम्मद शहाबुद्दीन (सीजन 3)। हर सीजन में रियल लाइफ माफिया का असरदार चित्रण देखने को मिलता है।

आखिरी सच

इस थ्रिलर सीरीज की कहानी एक मर्डर मिस्ट्री से शुरू होती है, जो कई राज़ खोलती जाती है। सच्ची घटनाओं से प्रेरित यह सीरीज आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि कैसे कुछ कहानियां किताबों से नहीं, हकीकत की गलियों से निकली होती हैं।