PM Modi In Jharkhand: प्रधानमंत्री ने आज झारखंड को दी 35,700 करोड़ की कई परियोजनाओं की सौगात

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PM Modi In Jharkhand
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

Aaj Samaj (आज समाज), PM Modi In Jharkhand, रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन राज्यों के दौरे के दौरान सबसे पहले आज झारखंड में 35,700 करोड़ रुपए की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके बाद वह बिहार और पश्चिम बंगाल जनसभाओं को संबोधित करेंगे।

हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड देश को समर्पित

पीएम ने झारखंड के धनबाद स्थित सिंदरी में सुबह हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) कारखाना देश को समर्पित किया। 8,900 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किए गए इस उर्वरक संयंत्र से देश में प्रति वर्ष लगभग 12.7 लाख मीट्रिक टन स्वदेशी यूरिया का उत्पादन बढ़ेगा। इससे देश के किसानों को लाभ होगा। एचयूआरएल के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने बरवाअड्डा में जनसभा को संबोधित किया। बरवाअड्डा में सभा स्थल तक पहुंचने के दौरान पीएम ने रोड शो किया और इस दौरान जय श्रीराम, भारत माता की जय के नारे लगे।

देश में दोबारा चालू होने वाला तीसरा उर्वरक संयंत्र

गोरखपुर और रामागुंडम में उर्वरक संयंत्रों के कायाकल्प के बाद यह देश में दोबारा चालू होने वाला तीसरा उर्वरक संयंत्र है। प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में उर्वरक संयंत्रों को दिसंबर 2021 और रामागुंडम में उर्वरक संयंत्रों को नवंबर 2022 में राष्ट्र को समर्पित किया था। पीएम ने झारखंड में 26,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की रेल, बिजली व कोयला परियोजनाओं की भी शुरूआत की। इसमें देवघर-डिब्रूगढ़ ट्रेन सेवा, टाटानगर और बादामपहाड़ के बीच मेमू ट्रेन सेवा (दैनिक) और शिवपुर स्टेशन से लंबी दूरी की मालगाड़ी शामिल है।

कारखाने की ही शुरूआत के साथ रोजगार के हजारों नए अवसर की शुरुआत

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, मैंने संकल्प लिया था कि सिंदरी उर्वरक कारखाने को जरूर शुरू करवाउंगा। उन्होंने कहा, यह मोदी की गारंटी थी और आज यह पूरी हुई है। पीएम ने कहा, मैं 2018 में इस फर्टिलाइजर प्लांट का शिलान्यास करने आया था। आज केवल सिंदरी कारखाने की ही शुरूआत नहीं हुई है, बल्कि रोजगार के हजारों नए अवसरों की भी शुरुआत हुई है।

यूरिया के मामले में आत्मनिर्भर होने की तरफ बढ़ रहा भारत

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तेजी से यूरिया के मामले में आत्मनिर्भर होने की तरफ बढ़ रहा है। इससे न केवल विदेशी मुद्रा की बचत होगी, बल्कि वह पैसा किसानों के हित में खर्च हो सकेगा। पिछले 10 वर्ष में हमने जनजातीय समाज, गरीबों, युवाओं और महिलाओं को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाकर झारखंड के लिए काम किया है।

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