Aaj Samaj (आज समाज), PM Modi Blog, नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पूरी दुनिया एक परिवार है और जी20 को हमें दुनिया के अंतिम छोर तक ले जाना है। अपनी वेबसाइट पर ‘मानव-केंद्रित वैश्वीकरण: हमें जी20 को दुनिया के अंतिम छोर तक ले जाना है, किसी को भी पीछे नहीं छोड़ना है’ शीर्षक से लिखे एक ब्लॉग में प्रधानमंत्री ने दुनिया को एक परिवार बताया है। उन्होंने लिखा-‘वसुधैव कुटुम्बकम’ हमारी भारतीय संस्कृति के इन दो शब्दों में एक गहरा दार्शनिक विचार समाहित है और इसका ही अर्थ पूरी दुनिया एक परिवार है।
- वसुधैव कुटुम्बकम’ मतलब पूरी दुनिया एक परिवार है
- मानव जीवन को बेहतर बनाने के लिए हम साथ आ रहे
सीमा, भाषा और विचारधारा का न हो कोई बंधन
पीएम मोदी ने कहा है कि यह ऐसा सर्वव्यापी दृष्टिकोण है जो हमें एक सार्वभौमिक परिवार के रूप में प्रगति करने के लिए प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि एक ऐसा परिवार जिसमें सीमा, भाषा और विचारधारा का कोई बंधन न हो। पीएम ने कहा कि जी-20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान, यह विचार मानव-केंद्रित प्रगति के आह्वान के रूप में प्रकट हुआ है। उन्होंने कहा, हम वन अर्थ के रूप में, मानव जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक साथ आ रहे हैं। हम वन फैमिली के रूप में विकास के लिए एक-दूसरे के सहयोगी बन रहे हैं और वन फ्यूचर के लिए हम एक साझा उज्जवल भविष्य की ओर एक साथ आगे बढ़ रहे हैं।
महामारी के बाद ये हुए तीन महत्वपूर्ण परिवर्तन
मोदी ने कहा है कि कोरोना वैश्विक महामारी के बाद की विश्व व्यवस्था इससे पहले की दुनिया से बहुत अलग है। कई अन्य बातों के अलावा, तीन महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। पहला, इस बात का एहसास बढ़ रहा है कि दुनिया के जीडीपी-केंद्रित दृष्टिकोण से हटकर मानव-केंद्रित दृष्टिकोण की ओर बढ़ने की आवश्यकता है। दूसरा, दुनिया ग्लोबल सप्लाई चेन में सुदृढ़ता और विश्वसनीयता के महत्व को पहचान रही है। तीसरा, वैश्विक संस्थानों में सुधार के माध्यम से बहुपक्षवाद को बढ़ावा देने का सामूहिक आह्वान सामने है।
जी-20 की हमारी अध्यक्षता ने बदलावों में उत्प्रेरक की भूमिका निभाई
प्रधानमंत्री ने कहा कि जी-20 की हमारी अध्यक्षता ने इन बदलावों में उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2022 में जब हमने इंडोनेशिया से अध्यक्षता का भार संभाला था, तब मैंने यह लिखा था कि जी-20 को मानसिकता में आमूल-चूल परिवर्तन का वाहक बनना चाहिए। विकासशील देशों, ग्लोबल साउथ के देशों और अफ्रीकी देशों की हाशिए पर पड़ी आकांक्षाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए इसकी विशेष आवश्यकता है।
‘वॉयस आफ ग्लोबल साउथ समिट’ का भी आयोजन किया
पीएम ने कहा है कि इसी सोच के साथ भारत ने ‘वॉयस आफ ग्लोबल साउथ समिट’ का भी आयोजन किया था। इस समिट में 125 देश भागीदार बने और यह भारत की अध्यक्षता के तहत की गई सबसे महत्वपूर्ण पहलों में से एक रही। यह ग्लोबल साउथ के देशों से उनके विचार, उनके अनुभव जानने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था। इसके अलावा, हमारी अध्यक्षता के तहत न केवल अफ्रीकी देशों की अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी देखी गई है, बल्कि जी-20 के एक स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकन यूनियन को शामिल करने पर भी जोर दिया गया है।
आज भारत पहुंचेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचेंगे। उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात का कार्यक्रम भी है। दोनों के बीच शुक्रवार को ही द्विपक्षीय बैठक होनी है। व्हाइट हाउस के मुताबिक बाइडेन का तीन दिन का व्यस्त कार्यक्रम है। अमेरिका से प्रस्थान करने के बाद वह शुक्रवार को थोड़ी देर के लिए जर्मनी के रामस्टीन में रुकेंगे और उसी दिन नई दिल्ली पहुंचेंगे। बाइडेन पीएम मोदी के साथ आधिकारिक आगमन और हाथ मिलाने के कार्यक्रम में शनिवार को भाग लेंगे।
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