हमारे द्वारा किए गए पाप ही हमारे दु:खों के कारण : पंडित देव नारायण उपाध्याय

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Panipat News/The sins committed by us are the cause of our sorrows: Pandit Dev Narayan Upadhyay
Panipat News/The sins committed by us are the cause of our sorrows: Pandit Dev Narayan Upadhyay
आज समाज डिजिटल, Panipat News :
पानीपत। सावन के चौथे सोमवार को पचरंगा बाजार स्थित पूर्व यान घाटी स्वयंभू हनुमान मंदिर के प्रांगण में पंडित देव नारायण उपाध्याय (ज्योतिषाचार्य)  के सानिध्य में बंसल परिवार ने रुद्राभिषेक किया। जिसमें पानीपत के सुप्रसिद्ध समाजसेवी हरीश बंसल ने अपनी धर्मपत्नी सुदेश बंसल और सुपुत्र वैभव बंसल के साथ मिलकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया।

सदाशिव रुद्र के पूजन से सभी देवताओं की पूजा स्वत: हो जाती है

पंडित देव नारायण उपाध्याय (ज्योतिषाचार्य) ने बताया कि हमारे धर्मग्रंथों के अनुसार हमारे द्वारा किए गए पाप ही हमारे दु:खों के कारण हैं। रुद्रार्चन और रुद्राभिषेक से हमारी कुंडली से पातक कर्म एवं महापातक (बहुत बड़ा और घोर पाप) भी जलकर भस्म हो जाते हैं और साधक में शिवत्व का उदय होता है तथा भगवान शिव का शुभाशीर्वाद भक्त को प्राप्त होता है और उनके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि एकमात्र सदाशिव रुद्र के पूजन से सभी देवताओं की पूजा स्वत: हो जाती है। इसलिए रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है, और सभी को रुद्राभिषेक करना चाहिए।

 

 

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रुद्राभिषेक का प्रभाव सकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है

सुप्रसिद्ध समाजसेवी हरीश बंसल ने कहा कि स्वयं सृष्टिकर्ता ब्रह्मा ने भी कहा है कि जब हम अभिषेक करते हैं तो स्वयं महादेव साक्षात उस अभिषेक को ग्रहण करते हैं। संसार में ऐसी कोई वस्तु, वैभव, सुख नहीं है, जो हमें रुद्राभिषेक करने या करवाने से प्राप्त नहीं हो सकता है। रुद्राभिषेक का प्रभाव यह है कि यह सकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है और नकारात्मक ऊजा को दूर करता है। जब रुद्राभिषेक होता है तो प्रकृति फलती-फूलती है, प्रकृति हर्षित, सुखी हो जाती है। इस मौके पर मुख्य रूप से मूलचंद चौहान रामा देवी, बृज नंदन मिश्रा, पंडित राज कुमार पाठक आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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