मतलोडा में सरपंचो ने फूंका मुख्यमंत्री व पंचायत मंत्री का पुतला

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Painipat News/Sarpanchos burnt effigies of Chief Minister and Panchayat Minister in Matloda
Painipat News/Sarpanchos burnt effigies of Chief Minister and Panchayat Minister in Matloda
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। मतलोडा क्षेत्र के सरपंचो ने ई-टेंडरींग के विरोध में मतलौडा खण्ड कार्यालय परिसर में मुख्यमंत्री मनोहर लाल व पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली का पुतला फूंका और सरकार विरोधी नारे लगाए। सरपंचो ने कहा कि मंगलवार को पानीपत मिनी सचिवालय परिसर में जिलेभर के सरपंच एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन करके व सरकार का पुतला फुकेंगे। सोमवार को दोपहर 11 बजे मतलौडा खण्ड कार्यालय परिसर में मतलौडा सरपंच सरोज देशवाल के पति जसमेर देशवाल के नेतृत्व में क्षेत्र के तमाम सरपंचो ने एकत्रित होकर जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री व पंचायत मंत्री का पुतला फूंका।

प्रदेश में ईं-टेंडरिंग प्रणाली समाप्त की जाए

इस मौके पर जसमेर देशवाल व नरेन्द्र ने कहा कि प्रदेश में ईं-टेंडरिंग प्रणाली समाप्त की जाए। ताकि पंचायतो में पंचायत समुचित विकास करवा सके। राईट टू रिकॉल को पहले सांसदो,विधयको व मुख्यमंत्री पर लागु किया जाए। इसके बाद सरपंचो के बारे सोचा जाए। उन्होंने कहा कि सरपंचों का मानदेय मात्र 3000 रुपए है। इसे बढ़ाकर 25 हजार प्रतिमाह मानदेय किया जाए। क्योंकि गांव के चौकीदार को 7500 रुपए और सफाई कर्मचारी 14500 मासिक वेतन लेते हैं। क्या गांव के मुखिया का 3000 वेतन होना उचित है।

ग्राउंड सतर पर पंचायती राज संस्थाएं कमजोर होती जा रही है

उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के अधिकार क्षेत्र में 29 विषय आते हैं सरकार द्वारा समय-समय पर पंचायत की शक्तियों को कम किया जाता रहा है। जिससे ग्राउंड सतर पर पंचायती राज संस्थाएं कमजोर होती जा रही है। इसलिए सरकार ने ग्राम सभा में ग्राम पंचायत को सरपंच के कोरम अनुसार सहमति से समस्त कार्यों के क्रियान्वन की शक्तियां दी जाए।  इस अवसर पर रणबीर खर्ब, रविन्द्र कुमार, सतवान, सुरेप्द्र सिंह, हरदीप सिंह, नौंरग, जितेन्द्र, महिपाल व सुरेन्द्र सिंह समेत तमाम सरपंच मौजूद रहे।
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