Pakistan breaks Ceasefire: एलओसी पर फायरिंग से दहशत, जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई पोस्ट तबाह

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Pakistan breaks Ceasefire
एलओसी पर फायरिंग से दहशत, जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई पोस्ट तबाह

Aaj Samaj (आज समाज), Pakistan breaks Ceasefire, श्रीनगर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में एलओसी के पास पाकिस्तान ने फिर संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। पड़ोसी मुल्क ने गुरुवार शाम को करीब आठ बजे अकारण जम्मू के अरनिया और सुचेतगढ़ सेक्टर के रिहायशी इलाकों में फायरिंग शुरू कर दी जो शुक्रवार अलसुबह लगभग तीन बजे तक जारी रही। अरनिया की बिक्रम सहित आठ पोस्टों पर पाक रेंजर्स की फायरिंग में बीएसएफ के दो जवान और चार नागरिक घायल हो गए।

  • बीएसएफ के दो जवानों समेत 4 लोग घायल

पाकिस्तान के पांच से छह जवान मारे भी गए

बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पाक रेंजर्स ने रिहायशी इलाकों में मोर्टार के गोले भी दागे, जिससे घरों की दीवारें ढह गईं। उन्होंने बताया की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई पोस्ट तबाह होने की सूचना है। आईबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के पोस्ट तबाह होने के साथ ही पांच से छह जवान मारे भी गए हैं।

17 अक्टूबर को भी अरनिया सेक्टर में की थी गोलीबारी

फायरिंग के बाद सीमावर्ती इलाकों के लोगों में दहशत का माहौल है। सुबह खेतों में लोगों को मोर्टार शेल मिले हैं। बता दें पिछले 10 दिन में पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 17 अक्टूबर को पाक रेंजर्स ने अरनिया सेक्टर में बिना वजह गोलीबारी की थी जिसमें बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए थे। वहीं 25 फरवरी 2021 के बाद से पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में कई जगह सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है।

अरनिया और सुचेतगढ़ सेक्टर में अफरा तफरी

पाक रेंजर्स की ओर से अंधाधुंध गोलीबारी के बाद गुरुवार रात को अरनिया और सुचेतगढ़ सेक्टर के लोग दहशत में आ गए और सुरक्षित जगह पर जाने के लिए हर किसी में अफरा तफरी मच गई। वे सुरक्षित स्थानों की तलाश में सड़कों पर जाने लगे। हालांकि पुलिस और बीएसएफ ने उन्हें रोक दिया और लाइटें बंद करके घरों में ही रहने को कहा। हालांकि उससे पहले कई लोग सड़कों पर निकलकर अपने-अपने इंतजाम में लग गए थे। गाड़ियों और बाइकों में पेट्रोल भरवाने को लेकर पेट्रोल पंपों पर भीड़ जमा हो गई थी।

धान काटने के लिए पहुंचे मजदूर भी पलायन कर गए

इसके अलावा सीमावर्ती गांवों में इन दिनों धान काटने के लिए पहुंचे मजदूर भी पलायन कर गए। मजदूरों का कहना था कि वह शहर में बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन कहीं पर रह लेगें लेकिन गांव में जाने से अब डर लग रहा है। दूसरी तरफ किसानो की भी चिंता बढ़ गई है क्योंकि सीमावर्ती 25 के करीब पंचायतों में अभी धान कटने को है। किसानों का कहना है कि पहले बारिश की मार से धान की फसल को नुकसान पहुंचा और अब पाकिस्तान की नापाक हरकत उनका बड़ा आर्थिक नुकसान करवा देगी।

उनका कहना है कि भारी गोलाबारी के चलते अगले कई दिन तक बॉर्डर पर किसी प्रकार की मूवमेंट नहीं होने दी जाएगी। गौरतलब है कि सीजफायर तोड़े जाने की वारदात से कुछ ही समय पहले गुरुवार को सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा के पास आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के पांच आतंकियों को मार गिराया था। उसके बाद पाकिस्तानी की ओर से फायरिंग की गई।

अरनिया में चार घरों पर गिरे मोर्टार शेल

पाकिस्तान की फायरिंग के दौरान सबसे पहले शेल अरनिया के वार्ड नंबर 4 और 5 में गिरे। यहां चार घरों को शेल से नुकसान पहुंचा है। आंगन में किसी काम के लिए गई रजनी बाला घायल हो गई। रजनी के पति बलबीर सिंह ने बताया कि उनके आंगन में चार गोले गिरे हैं। एक मोर्टार शेल ने उनके घर के दरवाजे को बीच से फाड़ दिया और रसोई में सारा सामान बिखर गया। घर के पास बंधी गाय बाल-बाल बच गई। उन्होंने कहा, मोर्टार के सप्लेंडर उनकी पत्नी के हाथों में लगे तो वह दर्द से कराह उठी। नका बच्चा अंदर खेल रहा था और उसे भी हल्की चोट लगी है। अगर बच्चे और पत्नी को कुछ हो जाता तो घर ही बर्बाद हो जाता। बलबीर की तरह यह दास्तां यहां के कई ग्रामीणों के घरों की है।

स्थिति के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

गोलीबारी की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। सभी डॉक्टरों को बुला लिया गया था। घायलों को प्राथमिक इलाज के बेहतर उपचार के लिए जम्मू रेफर कर दिया गया है। यहां पर इलाज की हर तरह की सुविधा है। अरनियां स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी रोहित कुमार ने बताया कि यहां सर्जरी की सुविधा न होने के चलते घायलों को केवल सर्जरी के लिए जम्मू रेफर किया गया है।

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