Home Ministry Permits: सीआरपीएफ के खुफिया तंत्र को मजबूत करने के लिए 659 अधिकारियों की तैनाती पर मुहर

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सीआरपीएफ के खुफिया तंत्र को मजबूत करने के लिए 659 अधिकारियों की तैनाती पर मुहर

Aaj Samaj (आज समाज), Home Ministry Permits , नई दिल्ली: दुश्मन की हर गतिविधि पर नजर रखने के मकसद से केंद्र सरकार ने दुनिया के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल के खुफिया तंत्र को और अधिक मजबूत करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सीआरपीएफ में जल्द 659 अधिकारी और कर्मी तैनात होंगे। बता दें कि नौ कमांडेंट, 25 डिप्टी कमांडेंट, 107 इंस्पेक्टर, 112 सब इंस्पेक्टर, 189 हेड कांस्टेबल और 182 कांस्टेबल आदि के पद खाली हो गए हैं।

संवेदनशील क्षेत्रों से जानकारी व इनपुट लेने की जिम्मेदारी

सीआरपीएफ के 9 सेक्टर हेडक्वार्टर, 17 रेंज हेडक्वार्टर और 43 बटालियनों में 659 खुफिया अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। गृह मंत्रालय ने पत्र जारी कर इन नियुक्तियों की अनुमति दी है। साथ ही 9 पदों को खत्म भी करने की बात कही है। एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक इंटेलिजेंस ग्रिड के लिए 659 पदों के प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। इन अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी जम्मू-कश्मीर, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों से जानकारी और इनपुट एकत्रित करने की होगी।

खुफिया ग्रिड के लिए मिलेंगे अतिरिक्त वरिष्ठ अधिकारी

सूत्रों ने यह भी बताया कि बल को खुफिया ग्रिड के लिए लगभग तीन दर्जन वरिष्ठ अधिकारी अतिरिक्त मिलेंगे।  ये कर्मचारी केवल खुफिया विंग के लिए समर्पित होंगे। जम्मू-कश्मीर उत्तर पूर्व और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सीआरपीएफ के मुख्यालय और 43 बटालियनों की इस विभाग में जांच की गई है और सभी पदों के लिए सहमति दी गई है।

जम्मू-कश्मीर में तैनात होगा अधिकांश ग्राउंड इंटेलिजेंस स्टाफ

सूत्रों ने बताया कि आने वाले अधिकांश ग्राउंड इंटेलिजेंस स्टाफ को खुफिया प्रणाली को बढ़ावा देने के मकसद से जम्मू-कश्मीर में तैनात किया जाएगा। खुफिया निदेशालय महानिरीक्षक (खुफिया) की समग्र देखरेख में कार्य कर रहा है। उन्हें डीआईजी (मीडिया और संचार), कमांडेंट (खुफिया) व जनसंपर्क अधिकारी द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।

आईटीबीपी लद्दाख के अग्रिम इलाकों में बढ़ाएगी तैनाती

आईटीबीपी ने लद्दाख के विशेषकर अग्रिम इलाकों में सैनिकों की संख्या बढ़ाने का भी फैसला किया है। बल की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सहित विभिन्न प्रौद्योगिकी-आधारित समर्थन जोड़ने की भी योजना है। आईटीबीपी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सीमावर्ती इलाकों में खुफिया जानकारी जुटाने में मदद के लिए विभिन्न उपकरण खरीदे जाएंगे।

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