अब अध्यापक अभिभावकों से भी करेंगे बात

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अखिलेश बंसल (बरनाला) शिक्षा विभाग की ओर से पहले स्कूल बंद कर बच्चों को घर बैठे आनलाइन शिक्षा देने, परीक्षाएं भी आनलाइन लेने की योजना तैयार की गई। अब बच्चों के परिजनों को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को भारत सरकार के स्कूल शिक्षा सर्वेक्षण में प्रदेश द्वारा स्कूली शिक्षा क्षेत्र में पहले दर्जे की माणमत्ती हासिल करने और कोरोना काल के दौरान सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की पढ़ाई आनलाइन तरीके जारी रखने के उपरालों की जानकारी साझा करने के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से समूह सरकारी स्कूलों में आनलाइन टीचर-पेरेंट्स मिलनी करने की योजना तैयार की गई है। जिसके अंतर्गत जिला बरनाला में समूह सरकारी प्राइमरी, मिडल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की ओर से 1 और 2 जुलाई को माता पिता-अध्यापक मिलनी करवाई जा रही है।

महत्वपूर्ण जानकारियां होंगी शामिल

शिक्षा विभागीय हिदायत अनुसार जिलेभर में आयोजित होने वाली टीचर-पेरेंट्स मिलनी में विद्यार्थियों के परिजनों के साथ-साथ संबंधित गांवों की पंचायतों, स्कूल प्रबंध समितियों, क्लबों और समाज की खास शख्सियतों के साथ तालमेल पैदा किया जाएगा। भारत सरकार की ओर से जारी दर्जा बंदी में पंजाब प्रदेश को मिले पहले दर्जा की डिटेल, अपर प्राइमरी क्लासों की 5 जुलाई से शुरू होने वाली परीक्षाओं की डेटशीट बच्चों के परिजनों के साथ सांझा की जाएगी। इसके अलावा अध्यापकों की तरफ से अपने स्तर पर लगायी जा रही आनलाइन क्लासों की समय-सारणी, टेलीविजन क्लासों के शेड्यूल, आनलाइन क्लासें लगाने का मकसद, जुलाई महीने के सिलेबस, विद्यार्थियों के अभ्यास के लिए विभाग की तरफ से लगातार भेजी जा रही पढ़ने सामग्री, रोजमर्रा की होम वर्क, अभ्यास शीटें, रोजमर्रा की स्लाइडें और मुलांकन आदि बारे में जानकारी दी जाएगी।

सुझाव भी एकत्रित करेगा शिक्षा विभाग

विद्यार्थियों की पढ़ाई को ज्यादा बेहतर बनाने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने टीचर-पेरेंट्स मिलनी के दौरान शामिल होने वाले समाजसेवियों, क्लबों के मुखियों, गांवों की पंचायतों से सुझाव भी एकत्रित करने की योजना तैयार की है। आयोजित होने वाली आनलाइन टीचर-पेरेंट्स मिलनी में हर स्तर के शिक्षा अधिकारी रैंडम स्तर पर शामिल होंगे। जबकि पढ़ो पंजाब टीम सदस्य अध्यापकों के सहयोग के रूप में भूमिका निभाएंगे।

कोविड-19 के नियमों का होगा पालन

उल्लेखनीय है मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा की गई सख्ती और बेहतरीन प्रबंधों के नतीजन ही पंजाब राज्य ने कोरोना को हराने में देश स्तर पर पहल हासिल की है। हर जिला में कोरोना केसों के आने की संख्या औसतन पांच प्रतिशत से भी कम रह गई है, मौतों का आंकड़ा भी न्यूनतम स्तर पर जा पहुंचा है। ग्रामीण बच्चों को स्मार्ट फोन तक पहुंचाए, जिससे बच्चे घर बैठे आनलाइन पढ़ाई कर सके हैं। अब सीएम सिंह के नेतृत्व में शिक्षा विभाग ने जो योजना तैयार की है, उस आनलाइन पेरेंट्स-टीचर मिलनी से बेहतरीन नतीजे सामने आने की संभावनाएं हैं।

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