लोकल रुटों पर लोगों ने प्राइवेट बसों में किया सफर,479 चालक-परिचालकों में से अधिकांश ड्यूटी से रहे गैर हाजिर
आज समाज डिजिटल, सिरसा:
Nationwide Roadways Strike: केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बुलाई गई देशव्यापी हड़ताल का सोमवार को जिला में काफी असर रहा। हड़ताल पर सबसे ज्यादा असर रोडवेज कर्मचारी यूनियन के चक्का जाम ने डाला। रोडवेज कर्मचारी यूनियन का चक्का जाम सफल रहा। बस अड्डे से तड़के दो बजकर 20 मिनट पर सिरसा से चंडीगढ़ जाने वाली बस हड़ताली कर्मचारी रोकने में कामयाब रहे।
जीएम के निर्देश पर चालक सीट पर तो बैठा लेकिन बस गेट के बाहर नहीं ले जा सका। इसके बाद 2.50 पर चलने वाली बस भी अड्डे से रवाना नहीं हुई। देर रात ही रोडवेज कर्मचारी यूनियन के नेता बस अड्डा में एकत्रित हो गए थे। कर्मचारी नेताओं ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रशासन ने हड़ताल को असफल करने का किया प्रयास,रोडवेज यूनियन लीडरों ने 7 बसों को बाइपास पर रोका
हड़ताल को असफल करने का प्रशासन ने पूरा प्रयास किया था। इसके तहत रोडवेज की कई बसें पुलिस लाइन में खड़ी कर दी गई। सुबह इन बसों को विभिन्न रुटों पर भेजा गया,लेकिन रोडवेज यूनियन के नेताओं को इसका पता चल गया और उन्होंने बाइपास रोड सात बसों को रोक लिया। ये बसें किलोमीटर स्कीम के तहत चलती हैं। इसी प्रकार कैथल डिपो से सिरसा आई बस को रोडवेज यूनियन नेे सिरसा से चंडीगढ़ नहीं जाने दिया। बस के चालक ने बताया कि कैथल से सिरसा आने तक बस को किसी ने नहीं रोका था।
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किसी भी रुट पर नहीं चली रोडवेज की बस, सिरसा डिपो को एक दिन में करीब 15 लाख का नुकसान
सिरसा से बस चंडीगढ़ के लिए रवाना होने लगी तो यूनियन के लीडरों ने बस नहीं चलने दी। हड़ताल के चलते सिरसा डिपो की करीब 190 बसें लोकल व राजस्थान,पंजाब,जम्मू,दिल्ली व चंडीगढ़ रुट पर नहीं चली। इसके बाद चालक और परिचालकों द्वारा ड्यूटी पर नहीं आने के कारण सभी बसें कर्मशाला परिसर में सारा दिन खड़ी रही। जिससे डिपो प्रशासन को करीब 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ। आज अल सुबह पुलिस ने बस स्टेंड की पूरी तरह से घेराबंदी कर ली। सिरसा से चंडीगढ़ जाने वाली बस दो बजकर दस मिनट पर स्टेंड पर पहुंची। इसके बाद कर्मचारी नेताओं ने सरकार व रोडवेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस फोर्स ने बस अड्डा परिसर को बाहर व अंदर घेरे रखा।
चालक-परिचालक ड्यूटी से रहे नदारद
हड़ताल को कामयाब करने के लिए सिरसा डिपो में कार्यरत 479 चालक-परिचालकों में से अधिकांश ड्यूटी से गैर हाजिर रहे। इस कारण ज्यादातर बसें अड्डे से अपने रुटों पर रवाना नहीं हो सकी। सिरसा रोडवेज डिपो में कुछ कर्मचारियों की संख्या करीब 670 है इनमें से करीब 500 कर्मचारी गैर हाजिर रहे।
यात्रियों की संख्या रही कम
हड़ताल के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोकल रुटों पर प्राइवेट बसें चलने से लोगों को राहत जरूर मिली। पंजाब व राजस्थान रोडवेज की बसें पहले की भांति चलती रही। जिससे सवार होकर कुछ यात्री हिसार, भिवानी,रोहतक हांसी व दिल्ली तक पहुंचे। हड़ताल का पहले से पता होने के कारण आज बस अड्डे में यात्रियों की सख्यां काफी कम रही। रोजाना बस अड्डे से ही सारी बस यात्रियों से भर जाती है। डिपो प्रशासन का कहना है कि मीडिया के माध्यम से लोगों को चक्का जाम के बारे में पता चल गया था। इसलिए ज्यादातर लोगों ने आज अपनी यात्रा टाल दी।
इन विभागों के कर्मचारी भी रहे हड़ताल पर
देशव्यापी हड़ताल में नहरी विभाग, वन विभाग, बिजली निगम, बीएंडआर, पीडब्ल्यूडी, आईटीआई , बहुतनीकी कॉलेज, डीसी ऑफिस, शिक्षा विभाग,सरकारी बैंकों सहित 19 विभागों के कर्मचारी शामिल रहे। हड़ताल के कारण इन विभागों में कामकाज न के बराबर हुआ। कर्मचारियों ने सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले टाऊन पार्क में एकत्रित होकर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया।
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