खतरे में उद्धव सरकार, आंकड़ों में है हार का डर

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Uddhav Government in Danger
Uddhav Government in Danger

आज समाज डिजिटल, Mumbai News:
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार खतरे में नजर आ रही है। यदि नजर डालें राज्यसभा और एमएलसी चुनाव पर तो ये बात सच होती नजर आ रही है। खासकर शिवसेना को यहां झटका लगता दिख रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के संपर्क में शिवसेना के 24 विधायक नहीं हैं। सूत्र बताते हैं कि ये लोग सूरत के किसी होटल में हैं। राजनीतिक संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने सभी विधायकों की बैठक बुला ली है।

यहां तैयार हुई विरोध की जमीन

महाराष्ट्र में सियासी खेल राज्यसभा चुनावों से शुरू हुआ। राज्यसभा चुनावों में 113 विधायकों के समर्थन वाली भाजपा को 123 वोट पड़े थे। इसके बाद एमएलसी चुनावों में उसकी ताकत बढ़ती दिखी। विधानसभा चुनावों में भाजपा को 134 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ। भारतीय जनता पार्टी यहां विधान परिषद के अपने पांचों उम्मीदवारों को जिताने में सफल हुई। इसके उलट शिवसेना को अपने 55 विधायकों और समर्थक निर्दलीय विधायकों के बावजूद सिर्फ 52 वोट मिले।

आंकड़ों के इस गणित को जानना जरूरी

महाराष्ट्र विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 288 है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए किसी भी राजनीतिक दल को कम से कम 145 विधायकों का समर्थन चाहिए। 2019 के चुनावों में 105 सीटें जीतने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी सरकार नहीं बना पाई। इसके बावजूद 57 सीटों वाली शिवसेना, 53 सीटों वाली राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी और 44 सीटों वाली कांग्रेस ने यहां गठबंधन की सरकार बनाई। तीनों दलों के पास अपने 154 थे। इसके अलावा अन्य दलों और निर्दलीय विधायकों के साथ सरकार को कुल 169 विधायकों का समर्थन प्राप्त था।

ये कहता है बदला हुआ गणित

विधानपरिषद चुनाव के बाद स्पष्ट हो गया है कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी को अब 134 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। यानी बहुमत हासिल करने के लिए उसे अब 11 विधायक और चाहिए। उधर, शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के दो दर्जन विधायक उद्धव ठाकरे के संपर्क में नहीं हैं। माना जा रहा है ये विधायक भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं। यदि सूत्रों की बात को सही मानें तो कांग्रेस और एनसीपी के भी कुछ विधायक भाजपा के पाले में जा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के लिए नया संकट खड़ा हो सकता है।

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