मिनी बुलेट ट्रेन: 1 घंटा और 180 किलोमीटर तय

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मिनी बुलेट ट्रेन: 1 घंटा और 180 किलोमीटर तय
मिनी बुलेट ट्रेन: 1 घंटा और 180 किलोमीटर तय

आज समाज डिजिटल, मेरठ:
मिनी बुलेट ट्रेन बन कर तैयार है। एक ऐसी ट्रेन जिसकी रफ्तार हवा से बातें करेंगी। इस ट्रेन को भारत में ही बनाया गया है। आखिरी क्या है इसमें खास? और ये ट्रेन पटरियों पर कब दौड़ेगी?

Mini Bullet Train: 1 Hour & 180 KMS Covered: देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में रैपिड ट्रांसिट सिस्टम के तहत ट्रेन चलाने को लेकर इन दिनों तैयारियां तेजी से चल रही है। इसके तहत सबसे पहले दिल्ली और मेरठ को जोड़ा जाएगा। यानी अगर आप मेरठ से दिल्ली रोज काम करने के लिए आना चाहते हैं तो फिर आपके लिए ये अच्छी खबर है।

तैयारियां तेजी से

Mini Bullet Train: 1 Hour & 180 KMS Covered: दिल्ली एनसीआर के क्षेत्रों में रैपिड ट्रांसिट सिस्टम के तहत ट्रेन चलाने को लेकर इन दिनों तैयारियां तेजी से चल रही है। इसके तहत सबसे पहले दिल्ली और मेरठ को जोड़ा जाएगा। यानी अगर आप मेरठ से दिल्ली रोज काम करने के लिए आना चाहते हैं तो फिर आपके लिए ये अच्छी खबर है।

खास ट्रेन को हैंडओवर कर दिया गया

जल्द ही इस मिनी बुलेट ट्रेन की शुरूआत हो जाएगी. पिछले हफ्ते ‘नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉपोर्रेशन’ (एनसीआरटीसी) को इस रूट पर चलने वाली बेहद खास ट्रेन को हैंडओवर कर दिया गया. यानी ट्रेन पूरी तरह बनकर तैयार है। इस बेहद खास ट्रेन को बनाया है एल्सटॉम इंडिया ने। अपने तरह की पहली ट्रेन सराये काले खां-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर चलेगी. ट्रेन को एल्सटॉम के गुजरात के सांवली स्थित प्लांट में बनाया गया है।

समय में 40% तक की कमी

Mini Bullet Train: 1 Hour & 180 KMS Covered: दिल्ली से मेरठ की दूरी करीब 80 किलोमीटर है। फिलहाल इतनी कम दूरी के लिए ट्रेन से जाने पर करीब 2 घंटे लग जाते हैं। लेकिन इस मिनी बुलेट ट्रेन के चलने के बाद मेरठ पहुंचने में सिर्फ 40-50 मिनट लगेंगे। सेमी हाई-स्पीड रीजनल ट्रेन को 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने के लिए डिजाइन किया गया है।

यानी इससे दिल्ली-मेरठ के बीच यात्रा के समय में 40% तक की कमी आने की उम्मीद है, पहली ट्रेन उत्पादन की शुरूआत के बाद से एक साल से भी कम समय में इसे हैंडओवर कर दिया गया। भारत में सावली (गुजरात) में एल्सटॉम के कारखाने में इसे बनाया गया है। यानी ये सौ फीसदी मेड इन इंडिया है। इसे एल्सटॉम के हैदराबाद इंजीनियरिंग केंद्र में डिजाइन किया गया है। ये ट्रेनें सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम और आत्मानिर्भर भारत की महत्वाकांक्षा के अनुरूप 100% स्वदेशी हैं।

भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ये ट्रेनें होंगी। इन्हें इस तरह बनाया गया है कि इनकी अधिकतम स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा, आपरेटिंग स्पीड 160 किमी प्रति घंटा और औसत गति 100 किमी प्रति घंटा तक रहेगी।
पहली मिनी ‘बुलेट ट्रेन’ का मजा

अब दिल्ली से मेरठ के बीच 180 की रफ्तार से चलेगी ये खास ट्रेन, देखें इस रेलगाड़ी की पहली झलक। देश की पहली मिनी ‘बुलेट ट्रेन’ का मजा आज जल्द ही ले सकते हैं। एनसीआरटीसी भारत का पहला रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम विकसित कर रही है। इसके तहत शनिवार को ट्रेन की पहली खेप एनसीआरटीसी को सौंप दिए गए। इस तरह की पहली ट्रेन सराये काले खां-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर चलेगी।

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