करनाल : उपायुक्त ने नीम का पौधा लगाकर की हरित करनाल अभियान की शुरूआत

0
535
Green Karnal campaign by planting neem plant in the premises of Government Primary School
Green Karnal campaign by planting neem plant in the premises of Government Primary School

प्रवीण वालिया, करनाल :

करनाल को हरा-भरा बनाने के लिए जिला के गांव रायपुर रोड़ान में गुरूवार को उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में नीम का पौधा लगाकर, हरित करनाल अभियान की शुरूआत की। अभियान के तहत अगले एक पखवाड़े में एक लाख से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। खास बात यह है कि पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है, जिससे न केवल बड़ी संख्या में पौधे लगाए जाने की पुष्टिद्द होगी, अपितु उनकी मॉनिटरिंग भी सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए बाकायदा एक पोर्टल बनाया गया है, जिस पर रोजाना लगाए जाने वाले पौधों की फोटो समेत जानकारी डाली जाएगी और उपायुक्त स्वयं उसकी मॉनिटरिंग करेंगे। इस अवसर पर अभियान के नोडल और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक जूबिन और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भी पौधे लगाए।  

पौधोरोपण के लिए बनाए गए 79 कलस्टर

उपायुक्त ने बताया कि हरित करनाल अभियान के तहत पूरे जिला को 79 कलस्टर में बांटा गया है, जिसमें सभी 384 पंचायतें शामिल हैं। इसके तहत गांव के स्कूल, जोहड़, शमशान घाट, सडक, पशु अस्पताल, आंगनवाड़ी, धार्मिक स्थल और जहां भी जगह उपलब्ध होगी, पौधे लगाए जाएंगे। पौधे वन विभाग की ओर से निशुल्क उपलब्ध रहेंगे।

ऐसे होगा पौधो का रखरखाव

उपायुक्त ने बताया कि वैसे तो हर वर्ष बड़ी संख्या में पौधे लगाए जाते हैं, लेकिन उनका रख-रखाव सुनिश्चित नहीं हो पाता, परिणामस्वरूप 15 से 20 प्रतिशत पौधे ही जीवित रहते हैं। लेकिन इस बार लगाए गए पौधों के रख-रखाव के लिए जिम्मेदारी तय की गई हैं, जिसे स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, स्वच्छ भारत मिशन के कार्यकर्ता और मनरेगा जिम्मेवारी निभाएंगे। सभी ग्राम सचिवों का इसमें सहयोग रहेगा।

आक्सीवन की होगी शुरूआत

उन्होंने बताया कि जिला के 2 गांवों में ट्रायल के तौर पर जल्द ही आक्सी वन की शुरूआत करने जा रहे हैं। दोनों गांव में 5-5 एकड़ भूमि में पौधारोपण किया जाएगा और उनकी देखभाल भी सुनिश्चित होगी। आक्सी वन एक ऐसी जगह होगी, जो जीवन और पौधों तथा इनके महत्व के बीच सदियों पुराने सम्बंधों से जुडने में मदद करेगा। यह वर्तमान समय में वनस्पतियों के महत्व बारे संवेदनशील बनाने में भी सहायक होगा। इस अवसर पर ए.डी.आई.ओ. परविन्द्र सिंह, सहायक खण्ड परियोजना को-आर्डिनेटर रेणु कम्बोज, सरपंच सुरेश कुमार तथा गांव वासी भी उपस्थित रहे।

SHARE