Governor Bandaru Dattatreya : राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय ने किया 40वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी-2024 का शुभारंभ

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कार्यक्रम में संबोधित करते राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय
कार्यक्रम में संबोधित करते राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय
  • पशुधन संसाधनों की बदौलत हरियाणा का देश में विशिष्ट स्थान : बण्डारू दत्तात्रेय
  • राज्य में वार्षिक दुग्ध उत्पादन 119.65 लाख टन पर पहुंचा
  • राज्य सरकार ने गौ संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए सराहनीय कदम उठाए

Aaj Samaj (आज समाज),Governor Bandaru Dattatreya,नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:  हरियाणा के राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय ने आज जिला महेंद्रगढ़ के गांव जाट पाली स्थित हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में तीन दिन तक चलने वाली 40वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी-2024 का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जय प्रकाश दलाल ने की। इस अवसर पर राज्यपाल ने संत शिरोमणी रविदास की जयंती के अवसर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

शुभारंभ अवसर पर नागरिकों को संबोधित करते हुए माननीय राज्यपाल ने कहा कि पशुधन संसाधनों की बदौलत देश में हरियाणा प्रदेश का विशिष्ट स्थान है। प्रदेश सरकार पशुधन के विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। सरकार द्वारा किए गए विशेष प्रयासों व प्रदेश के मेहनतकश किसानों की मेहनत से पशुओं की उत्पादन क्षमता में व्यापक बढ़ोतरी हुई है। राज्य में वार्षिक दुग्ध उत्पादन 119.65 लाख टन पर पहुंच गया है। प्रति व्यक्ति 1098 ग्राम दुग्ध उपलब्धता के साथ देश में पंजाब व राजस्थान के बाद हरियाणा तीसरे स्थान पर है, जबकि राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दुग्ध उपलब्धता 459 ग्राम है।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि इस तरह की पशुधन प्रदर्शनी के आयोजन से पशुपालकों में प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा होती तथा पशुपालकों को उन्नत तथा नवीन तकनीकों की जानकारी मिलती है। सरकार का यह बहुत ही सराहनीय कार्य है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में चल रही हरियाणा सरकार उच्च गुणवत्ता एवं अधिक दुग्ध उत्पादन वाली मुर्राह भैंस को बढ़ावा दे रही है। हरियाणा राज्य पशुओं की उन्नत नस्लों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। सरकार ने राज्य में गौ संरक्षण एवं गौ संवर्द्धन के लिए सराहनीय कदम उठाए हैं।

राज्यपाल ने कहा कि किसानों को उच्च कोटि की हरयाना, साहीवाल व बेलाही गाय रखने के लिए उनके दूध देने की क्षमता के आधार पर बीस हजार रूपये तक की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है। राज्य में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 50 दुधारू पशुओं तक की डेयरी इकाई स्थापित करवाई जा रही हैं। इस स्कीम के तहत डेयरी इकाई स्थापित करने के लिए बैंक ऋण पर पांच वर्ष तक लगने वाले ब्याज को सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पशुपालकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना राज्य में पिछले पांच वर्षों से क्रियान्वित है, जिसके तहत 11.19 लाख पशुओं का बीमा किया गया है। इस योजना में अनुसूचित जाति के पशुपालकों का बीमा निशुल्क किया जाता है। इस योजना के तहत अब तक लगभग 63.72 करोड़ रूपये की बीमा दावा राशि बीमा कम्पनी द्वारा पशुपालकों को वितरित की जा चुकी है।

राज्य पशुधन प्रदर्शनी का शुभारंभ करते राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय।
राज्य पशुधन प्रदर्शनी का शुभारंभ करते राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि राज्य के पशुपालकों को पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान किए जा रहे हैं और अब तक 1.56 लाख पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड बैंकों द्वारा स्वीकृत किए गए हैं, और राज्य के पशुपालकों को दो हजार करोड़ से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है।
हरियाणा सरकार ने गरीब से गरीब परिवारों की पारिवारिक आय बढ़ाने के लिए “मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना” शुरू की है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत पशुपालन एवं डेयरी विभाग को
सबसे अधिक 94 हजार आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। इस योजना के अंतर्गत अब तक 31914 पशु इकाईयां स्थापित की जा चुकी हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अथक प्रयासों से पशुपालकों को उनके घर-द्वार पर पशु चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए राज्य में मोबाईल पशु चिकित्सालयों की शुरूआत की जा रही है। इस सम्बन्ध में राज्य में 70 मोबाईल पशु चिकित्सा इकाईयों की स्थापना के लिए भारत सरकार द्वारा 11.20 करोड़ का बजट जारी किया गया है।

इस कार्यक्रम के अध्यक्ष हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि किसान की आय बढ़ाने में सबसे अधिक योगदान पशुपालन का है। इसी उद्देश्य को लेकर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ताकि प्रगतिशील पशुपालकों से अन्य पशुपालक भी सीख ले सकें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में चल रही सरकार ने पिछले 9 वर्षों में कृषि बजट में कई गुना बढ़ोतरी की है। सरकार की इन्हीं नीतियों के चलते हरियाणा में वर्ष 2014 में 74 लाख टन दूध उत्पादन था जो अब बढ़कर 120 लाख टन तक पहुंच गया है।

इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता, उपायुक्त मोनिका गुप्ता (आईएएस), हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डा. टंकेश्वर कुमार, लुवास के वीसी विनोद कुमार, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के महानिदेशक डा. एलसी रंगा, एमडी वीरेंद्र लोरा, पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा, अटेली के विधायक सीताराम यादव, बीजेपी जिला प्रधान दयाराम यादव, भिवानी जिला परिषद की चेयरपर्सन अनिता मलिक के अलावा अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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