Chris Woakes Retirement : इंग्लिश ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा

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Chris Woakes Retirement : इंग्लिश ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा
Chris Woakes Retirement : इंग्लिश ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा

वोक्स ने अपने करियर में 62 टेस्ट, 122 वनडे और 33 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल

Chris Woakes Retirement (आज समाज), खेल डेस्क : भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच में टूटे हुए कंधे के साथ मैदान पर उतरकर खेल जीवटता की मिसाल पेश करने वाले इंग्लैंड के स्टार आॅलराउंडर क्रिस वोक्स ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया। अपने प्रदर्शन के बल पर इंग्लैंड की टीम को कई मैच जीताने में अहम भूमिका निभाने वाले वोक्स ने अपने करियर में 62 टेस्ट, 122 वनडे और 33 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।

भारत के खिलाफ ही खेला अंतिम टेस्ट मैच

उन्हें आखिरी बार इंग्लैंड के लिए भारत के खिलाफ ओवल टेस्ट में खेलते देखा गया था। इस मैच में वह कंधे पर पट्टी बांधकर नंबर 11 पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। हालांकि, वह इंग्लैंड को सीरीज जिताने में नाकाम रहे। यह सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई थी। उन्होंने कहा, ‘वक्त आ गया है और मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। 36 वर्षीय खिलाड़ी को हाल ही में एशेज सीरीज के लिए चुने गए स्क्वॉड में शामिल नहीं किया गया था। वोक्स कंधे की चोट से जूझ रहे थे, जो उन्हें भारत के खिलाफ जुलाई में खेले गए पांचवें टेस्ट में लगी थी।

टीम के प्रबंध निदेशक के बयान से टूट गया यह चैंपियन खिलाड़ी

इंग्लैंड पुरुष टीम के प्रबंध निदेशक रॉब की ने कहा था कि वोक्स ‘हमारी भविष्य की योजनाओं में नहीं हैं।’ रॉब के इस बयान से वोक्स को काफी ज्यादा धक्का लगा। यह चैंपियन खिलाड़ी रॉब के इस बयान से पूरी तरह से टूट गया। इसी के बाद उन्होंने संन्यास का फैसला लिया। आॅस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली प्रतिष्ठित एशेज सीरीज इस साल नवंबर में शुरू होगी। पांच टेस्ट मैचों की इस सीरीज का पहला मैच 21 नवंबर से खेला जाएगा, दूसरा मैच चार दिसंबर से, तीसरा मैच 17 दिसंबर से, चौथा मैच 26 दिसंबर से और पांचवां मुकाबला चार जनवरी से खेला जाएगा।

इंग्लैंड की जर्सी पहनना मेरे लिए सौभाग्य की बात

वोक्स ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह पल आ गया है और मैंने तय किया है कि मेरे लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का समय सही है। बचपन से ही इंग्लैंड के लिए खेलने का सपना देखा था और खुद को बेहद भाग्यशाली मानता हूं कि वह सपना पूरा कर पाया। इंग्लैंड की जर्सी पहनना, टीम के साथियों के साथ मैदान साझा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है और यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि रहेगी।