शहजादपुर : नशे का सेवन करने से स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता हैं और जीवन में कई प्रकार की समस्याएं खड़ी होती हैं – एसडीएम नीरज

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नवीन मित्तल, शहजादपुर :
एसडीएम नीरज ने कहा कि नशे का सेवन करने से स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता हैं और जीवन में कई प्रकार की समस्याएं खड़ी होती हैं। युवा वर्ग को नशों से दूर रखने के लिए यह जरूरी है कि उन्हें जागरूक किया जाए और समय-समय पर विभिन्न प्रकार की जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाए। एसडीएम आज अपने कार्यालय में नशा मुक्ति को लेकर आयोजित बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दें रहे थे। बैठक में एनजीओ के पदाधिकारी भी मौजूद रहें। नशा मुक्त भारत को लेकर आयोजित की गई इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम ने कहा कि खण्ड शिक्षा अधिकारी स्कूलों में बच्चों को इस बारे में जानकारी दें तथा नशे का सेवन न करने को लेकर जागरूकता रैलियों का आयोजन भी किया जाए। बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी अम्बाला विनोद कुमार ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सर्वे करवाया गया। जिसमें पाया गया कि भारत वर्ष में लगभग 16 करोड़ व्यक्ति ऐसे है, जोकि विभिन्न प्रकार के नशे के आदि हो चुके हैं। नशे की रोकथाम के लिए देश भर में 272 जिलों का चयन किया गया। जिसमें से हरियाणा के 10 स्थान चिन्हित है, जिनमें अम्बाला जिला भी शामिल है। नशे की रोकथाम के लिए एक कमेटी भी गठित की गई हैं।

एसडीएम ने कहा कि उप-पुलिस अधीक्षक, नारायणगढ:-एन0डी0पी0एस0 एक्ट के तहत थाना में कितने मुकदमें दर्ज हुए हैं उनकी सूचि उपलब्ध करवायें तथा थाना में जो भी नशे से सम्बन्धित शिकायते प्राप्त होती हैं उनके बारे एक रजिस्टर लगाया जाए तथा प्रत्येक 15 दिन के बाद इन शिकायतों के बारे में उन्हें अवगत करवायें। उन्होंने थाना प्रबन्धक नारायणगढ को निर्देश दिये कि नशे से सम्बंधित जो होट-स्पोट एरिया है। उनको चिन्हित कर वहां पर विशेष पजर रखी जाए तथा नशे की गतिविधीयों पर पूर्ण रूप से अंकूश लगाया जाए।
खण्ड शिक्षा अधिकारी नारायणगढ व शहजादपुर द्वारा बताया गया कि उनके खण्ड में 21 सीनियर सैकण्डरी व उच्च विद्यालय है तथा शहजादपुर खण्ड में 12 सीनियर सैकण्डरी व उच्च विद्यालय है। एसडीएम ने दोनों बीईओं को निर्देश दिये कि वे सभी प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापको को निर्देश जारी करें कि स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्याथीर्यों को नशे के सेवन से होने वाली हानियो एवं दुष्प्रभावों की जानकारी दें। इसके अतिरिक्त यह भी निर्देश दिये कि वह उन स्कूलों की सूचियां उपलब्ध करवायें जिसमें उपमण्डल स्तर के अधिकारी सम्बन्धित स्कूलों में जाकर नशा मुक्ति बारे भाषण देंगे तथा नियमित रूप से बच्चों के द्वारा नशा मुक्त बारे रैलियां भी निकलवायेंगें।
खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, नारायणगढ़, शहजादपुर को एसडीएम ने निर्देश दिये कि अपने-2 अधीन ग्राम सचिवों को निर्देश दे कि वह जिस गांव में नशे का ज्यादा सेवन हो रहा हो उसकी सूचना उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें । एसडीएम ने महिला एवं विकास परियोजना अधिकारी नारायणगढ/शहजादपुर को निर्देश दिये कि अपने-अपने अधीन आंगनबाडी वर्करस को निर्देश दे कि वह जिस गांव में नशे का ज्यादा सेवन हो रहा हो उसकी सूचना उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। बैठक में प्रवर चिकित्सा अधिकारी नारायणगढ/शहजादपुर द्वारा भी जानकारी दी गई। प्रवर चिकित्सा अधिकारी नारायणगढ द्वारा बताया गया कि उनके पास एच0आई0वी0 व टी0वी0 मरीज आते हैं उनसे बातचीत करने से पता चलता है कि उनमें से काफी मरीज नशा करते हैं। जिनकी अस्पताल के कॉउसंलर से उनकी कॉउसलिंग करवाई जाती है। एसडीएम ने निर्देश दिये कि नशे से सम्बन्धित कोई रोगी उनके हस्पताल में आता है तो उनको दाखिल करने के लिए अलग कमरे का प्रबन्ध किया जाये। यह भी निर्देश दिये कि दवा विक्रेताओं/ कैमिस्टों की बैठक ड्रग इन्सपैक्टर को साथ लेकर करे। सरकारी नशा मुक्ति केन्द्र खोलने बारे भी प्रस्ताव तैयार करवाकर प्रस्तुत करें । रैड क्रस के कार्यालय से मनोज कुमार कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बैठक में बताया गया कि वोलंटियर द्वारा नशे की खेप बारे यदि पुलिस को बताया जाता है तो उनका नाम गुप्त रखा जाये। एसडीएम ने कहा कि नशे के बारे में सूचना देने वाले लोगों का नाम पुलिस गुप्त रखें और तुरंत कार्यवाही करें जिससे कि नशीले पदार्थ बेचने वालो को काबू किया जा सके।
बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी विनोद कुमार, खण्ड़ शिक्षा अधिकारी शहजादपुर ज्योति, बीईओं नारायणगढ जगदीश बंसल, एसएमओं नारायणगढ डॉ.संजीव सिद्धु, एसएमओं शहजादपुर डॉ. विनोद सैनी, सीडीपीओं सीमा सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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