(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। खंड में ग्रामीण महिलाओं ने होलिका दहन से पूर्व बुधवार की सुबह होलिका पूजन किया। मान्यता अनुसार महिलाएं ने होलिका दहन के लिए बने स्थल की परिक्रमा की और घर में बनाए गोबर के बडक़ुले से बनी मालाएं आदि सामग्री को चढ़ाया। इस अवसर पर जब महिलाओं से बात की गई तो होलिका पूजन का व्रत भी रखे हुए थी।
गांवों होलिका की पूजा अर्चना करते हुए महिलाओं की भीड़ टोलियों में दिखाई दी तो शहर में भी लोग एक दूसरे को रंग लगाकर खुशियां मनाते नजर आए। मौके पर होलिका दहन स्थल पर डांडा स्थापित किया गया है जिसको भक्त प्रहलाद का प्रतीक माना जाता है। महिलाओ ने दहन स्थल की परिक्रमा करते हुए डांडा के चारों ओर गोबर से बने बिटकुले , फूल,फल, चावल आदि डालकर पूजा की ताकि क्षेत्र में सुख समृद्धि बनी रहे। बुधवार की दोपहरी में मांढ़ी केहर में होलिका पूजा अर्चना पर प्रवक्ता संतोष माँढ़ी ने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होलिका दहन की अग्नि जीवन के सभी दुखों और कष्टों से मुक्ति दिलाती है।
बुराई पर अच्छाई की जीत के इस पावन पर्व होली का बड़ा महत्व है। साथ ही हर साल पूरे विधिविधान से होलिका पूजा की जाती है । इस प्रकार के त्योहार हमें आपसी भाईचारे से मिलकर रहने का संदेश भी देते हैं। उन्होंने युवाओं को प्रेरणा देते हुए कहा कि बड़ी समझदारी से पूर्वजों की रीत पर चलते हुए इस त्योहार को मनाएं ताकि समाज को मजबूती मिले। इस अवसर पर उनके साथ जगवंती,मुन्नी देवी, सुनीता, उषा रानी, वीरता, विकेश, इंदुबाला, गुंजन, अन्नू, दीपिका, मन्नू, रिंकू आदि ने भी पूजा अर्चना कर होलिका की परिक्रमा की।
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