बदल जाएगी रूठी किस्मत, मनचाही मुराद होगी पूरी
Diwali Puja Mantra, (आज समाज), नई दिल्ली: आज संपूर्ण भारतवर्ष में दीवाली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज के दिन लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करने से मनोवांछित फल और आर्थिक समृद्धि मिलती है। इस शुभ अवसर पर भगवान गणेश के 108 नामों का जप करने से आय, सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
धार्मिक मत है कि दीवाली के दिन लक्ष्मी गणेश जी की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही आर्थिक विषमता दूर होती है। अगर आप भी लक्ष्मी गणेश जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो दीवाली के दिन पूजा के समय भगवान गणेश के नामों का जप करें। इन मंत्रों के जप से आय, सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
गणपति जी के 108 नाम
1. ॐ गजाननाय नम:।
2. ॐ गणाध्यक्षाय नम:।
3. ॐ विघ्नराजाय नम:।
4. ॐ विनायकाय नम:।
5. ॐ द्वैमातुराय नम:।
6. ॐ द्विमुखाय नम:।
7. ॐ प्रमुखाय नम:।
8. ॐ सुमुखाय नम:।
9. ॐ कृतिने नम:।
10. ॐ ब्रह्मचारिणे नम:।
11. ॐ ब्रह्मरूपिणे नम:॥
12. ॐ ब्रह्मविद्यादि दानभुवे नम:।
13. ॐ जिष्णवे नम:।
14. ॐ विष्णुप्रियाय नम:।
15. ॐ भक्त जीविताय नम:।
16. ॐ जितमन्मधाय नम:।
17. ॐ सुप्रदीपाय नम:॥
18. ॐ सुखनिधये नम:।
19. ॐ सुराध्यक्षाय नम:।
20. ॐ सुरारिघ्नाय नम:।
21. ॐ महागणपतये नम:।
22. ॐ मान्याय नम:।
23. ॐ महाकालाय नम:।
24. ॐ महाबलाय नम:।
25. ॐ हेरम्बाय नम:।
26. ॐ लम्बजठरायै नम:।
27. ॐ ह्रस्व ग्रीवाय नम:॥
28. ॐ महोदराय नम:।
29. ॐ मदोत्कटाय नम:।
30. ॐ महावीराय नम:।
31. ॐ मन्त्रिणे नम:।
32. ॐ मङ्गल स्वराय नम:।
33. ॐ प्रमधाय नम:।
34. ॐ प्रथमाय नम:।
35. ॐ प्राज्ञाय नम:।
36. ॐ विघ्नकर्त्रे नम:।
37. ॐ विघ्नहर्त्रे नम:॥
38. ॐ बल नम:॥
39. ॐ बलोत्थिताय नम:।
40. ॐ भवात्मजाय नम:।
41. ॐ पुराण पुरुषाय नम:।
42. ॐ पूष्णे नम:।
43. ॐ पुष्करोत्षिप्त वारिणे नम:।
44. ॐ अग्रगण्याय नम:।
45. ॐ अग्रपूज्याय नम:।
46. ॐ अग्रगामिने नम:।
47. ॐ मन्त्रकृते नम:।
48. ॐ चामीकरप्रभाय नम:॥
49. ॐ सर्वाय नम:।
50. ॐ सवोर्पास्याय नम:।
51. ॐ सर्व कर्त्रे नम:।
52. ॐ सर्वनेत्रे नम:।
53. ॐ सर्वसिद्धिप्रदाय नम:।
54. ॐ सिद्धये नम:।
55. ॐ पञ्चहस्ताय नम:।
56. ॐ पार्वतीनन्दनाय नम:।
57. ॐ प्रभवे नम:।
58. ॐ कुमारगुरवे नम:॥
59. ॐ अक्षोभ्याय नम:।
60. ॐ कुञ्जरासुर भञ्जनाय नम:।
61. ॐ प्रमोदाय नम:।
62. ॐ मोदकप्रियाय नम:।
63. ॐ गम्भीर निनदाय नम:।
64. ॐ वटवे नम:।
65. ॐ अभीष्टवरदाय नम:।
66. ॐ ज्योतिषे नम:।
67. ॐ भक्तनिधये नम:।
68. ॐ भावगम्याय नम:।
69. ॐ मङ्गलप्रदाय नम:।
70. ॐ अव्यक्ताय नम:।
71. ॐ अप्राकृत पराक्रमाय नम:।
72. ॐ सत्यधर्मिणे नम:॥
73. ॐ सखये नम:।
74. ॐ सरसाम्बुनिधये नम:।
75. ॐ महेशाय नम:।
76. ॐ दिव्याङ्गाय नम:।
77. ॐ मणिकिङ्किणी मेखालाय नम:।
78. ॐ समस्त देवता मूर्तये नम:।
79. ॐ सहिष्णवे नम:।
80. ॐ सततोत्थिताय नम:।
81. ॐ विघातकारिणे नम:।
82. ॐ विश्वग्दृशे नम:॥
83. ॐ विश्वरक्षाकृते नम:।
84. ॐ कल्याणगुरवे नम:।
85. ॐ उन्मत्तवेषाय नम:।
86. ॐ अपराजिते नम:।
87. ॐ समस्त जगदाधाराय नम:।
88. ॐ सर्वैश्वर्यप्रदाय नम:।
89. ॐ आक्रान्त चिद चित्प्रभवे नम:।
90. ॐ श्री विघ्नेश्वराय नम:॥
91. ॐ विश्वनेत्रे नम:।
92. ॐ विराट्पतये नम:।
93. ॐ श्रीपतये नम:।
94. ॐ वाक्पतये नम:।
95. ॐ शृङ्गारिणे नम:।
96. ॐ अश्रितवत्सलाय नम:।
97. ॐ शिवप्रियाय नम:।
98. ॐ शीघ्रकारिणे नम:।
99. ॐ शाश्वताय नम:।
100. ॐ कान्तिमते नम:।
101. ॐ धृतिमते नम:।
102. ॐ कामिने नम:।
103. ॐ कपित्थपनसप्रियाय नम:।
104. ॐ ऐश्वर्यकारणाय नम:।
105. ॐ ज्यायसे नम:।
106. ॐ यक्षकिन्नेर सेविताय नम:।
107. ॐ गङ्गा सुताय नम:।
108. ॐ गणाधीशाय नम:॥