Chandigarh News: पेपर लीक, पेपर कॉपी और घोटाले बीजेपी सरकार में हुई भर्तियों की पहचान बन गए हैं। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के अभ्यर्थियों से बातचीत कर रहे थे। हिस्ट्री का पेपर देने वाले अभ्यर्थियों का एक ग्रुप हुड्डा को ज्ञापन देने पहुंचा था।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा है कि एचपीएससी द्वारा करवाई गई असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के पेपर में गंभीर गड़बड़ियां उजागर हुई हैं। हिस्ट्री के साथ-साथ हिंदी, जूलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स जैसी भर्तियों के पेपरों में भी गंभीर गड़बड़ड़ियां सामने आई हैं। अभ्यार्थियों ने बाकायदा कमीशन को लिखित शिकायतें भेजी हैं और इन परीक्षाओं को रद्द करने की मांग उठाई है।
सबसे बड़ी गड़बड़ी तो इन परीक्षाओं में यह हुई कि कई जगह सील टूटे हुए पेपर अभ्यर्थियों को बांटे गए। पेपर की सील टूटने से पेपर लीक की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में जरूरी था कि सरकार अभ्यर्थियों की मांग को मानते हुए उच्च स्तरीय जांच करवाती है लेकिन सरकार इससे भागती नजर आई। इसे स्पष्ट है कि सरकार खुद तमाम धांधली और घोटालों की जनक है।
अभ्यर्थियों ने हुड्डा को बताया कि हिस्ट्री के पेपर में 24 सवाल छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के एक पेपर से हूबहू कॉपी किए गए हैं। एचपीएससी ने इन प्रश्नों को रत्तीभर भी बदलने, उनकी भाषा या संदर्भ को बदलने तक की जहमत नहीं उठाई। इसके अलावा विभिन्न ऑनलाइन संस्थाओं की वेबसाइट पर उपलब्ध एक प्रश्न पत्र, से भी कई प्रश्न हूबहू उठा लिए गए हैं। यह पेपर उत्तराखंड राज्य पात्रता परीक्षा से संबंधित होने का दावा किया जा रहा है। इसके चलते अभ्यार्थी, एचपीएससी और कुछ कोचिंग संस्थानों की मिलीभगत को लेकर भी आशंका जता रहे हैं। इतना ही नहीं, कई प्रश्नों के गलत उत्तर, हिंदी व अंग्रेजी विकल्पों में भिन्नता और प्रिंटिंग की त्रुटियों जैसी कई शिकायतें अभ्यार्थियों ने दर्ज करवाई हैं।
इसीलिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख़्त कार्रवाई की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के किसी भी स्तर पर कोई धांधली ना हो, यह सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन बीजेपी का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि वो जानबूझकर हरेक भर्ती में ऐसी धांधलियां करती है या कई लूपहोल छोड़ देती है, जिसके चलते भर्तियां कोर्ट में जाकर अटक जाती हैं।
यह वजह है कि हाई कोर्ट ने इस सरकार की लगभग हरेक भर्ती पर बड़ा सवालिया निशान लगाया है और कई बार जुर्माना भी थोपा है। यहां तक कि कोर्ट ने कहा है कि 2019 के बाद हुई सभी भर्तियों के परिणाम अब दोबारा से जारी करने होंगे। क्योंकि सरकार ने गलत नियमों के तहत ये भर्तियां की हैं।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पुरजोर तरीके से प्रदेश की युवा शक्ति के साथ खड़ी है और बीजेपी के भर्ती घोटालों को मीडिया से लेकर विधानसभा व संसद तक, हर स्तर पर उठाएगी। सत्ता के अहंकार में लगातार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही बीजेपी को कांग्रेस आईना दिखाने से पीछे नहीं हटेगी।