Bharatiya Kisan Union Sir Chhotu Ram : भारतीय किसान यूनियन सर छोटू राम ग्रुप ने कहा हरियाणा सरकार किसानों पर कर रही है अत्याचार

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किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर निकला ट्रैक्टर मार्च निकाला
किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर निकला ट्रैक्टर मार्च निकाला
  • किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर निकला ट्रैक्टर मार्च निकाला

Aaj Samaj (आज समाज), Bharatiya Kisan Union Sir Chhotu Ram,करनाल,26 फरवरी, इशिका ठाकुर : संयुक्त किसान मोर्चे की कॉल पर किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च, किसानों के द्वारा सैकड़ो की संख्या में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर खड़े किए गए ट्रैक्टर, किसान बोले अगर एसपी नहीं मिली तो दिल्ली जाने के लिए तैयार है हरियाणा के किसान किसान आंदोलन अब लगातार तेज होता जा रहा है जिसका प्रभाव हरियाणा में भी देखने को मिल रहा है । किसान आंदोलन में अब दूसरे संगठन भी सहयोग करने लगे हैं।

जिसके चलते सयुंक्त किसान मोर्चे के आवाहन पर करनाल में सैकड़ो की संख्या में ट्रैक्टर लेकर किसान आईटीआई चौक पर पहुंचे और वहां से राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर दिल्ली की तरफ रुख कर उन्होंने अपने ट्रैक्टर पर सवार होकर ट्रैक्टर मार्च निकाला और उन्होंने अपने ट्रैक्टर राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर ही खड़े किए। किसानों का कहना है कि हरियाणा सरकार के द्वारा किसानों के ऊपर काफी अत्याचार किए जा रहे हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाना चाहते हैं और न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग कर रहे हैं । लेकिन सरकार उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ रही है और लाठी चार्ज तक कर रही है।

भारतीय किसान यूनियन सर छोटू राम के प्रदेश प्रवक्ता बहादुर मैहला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सोमवार को सयुंक्त किसान मोर्चा के द्वारा आह्वान किया गया था । जिसके चलते पूरे भारत में आज किसानों के द्वारा ट्रैक्टर मार्च निकाला गया है। उसी कड़ी में करनाल के किसानों ने भी सैकड़ो की संख्या में इकट्ठे होकर सैकड़ो ट्रैक्टर सहित राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर ट्रैक्टर मार्च निकाला है। उन्होंने बोलते हुए कहा कि किसान अपने हकों की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार अपने अड़ियल रवैया पर अडिग है। हालांकि हमारे सीधी मांग केंद्र सरकार से है लेकिन उसके बावजूद भी हरियाणा सरकार किसानों के ऊपर लाठी चार्ज कर रही है।

किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाना चाहते हैं
किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाना चाहते हैं

हम अपनी शांतिपूर्ण तरीके से मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार ने दिल्ली में जाने से किसानों को रोका हुआ है। सरकार के इस अत्याचारी रविये के चलते हमारे एक युवा किसान की भी मौत हो चुकी है। ज़ब उनसे सवाल किया गया कि सरकार कहती है कि किसान दिल्ली में जा सकते हैं लेकिन वह ट्रैक्टर ना लेकर जाए अन्य वाहन पर जाएं इस पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि ट्रैक्टर किसानों का घर का सदस्य की तरह होता है और उसके बिना किसान कुछ नहीं है। जब ज्यादा गर्मी सर्दी और बारिश होती है तब किसानों के पास एकमात्र सहारा ट्रैक्टर ही होता है इसलिए किसान बिना ट्रैक्टर के दिल्ली नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ कर्ज माफ़ी उनकी मुख्य माँग है।

किसान नेता सुरेंद्र सागवान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि किसान की मुख्य मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य है। लेकिन भारत सरकार का who सदस्य होने के चलते हमें वह नहीं मिल रहा। इसलिए हम मांग करते हैं कि भारत सरकार को who बाहर आना चाहिए। यह एक व्यापारियों का संगठन है जो किसानों का शोषण कर रहा है । जब तक सरकार इसे बाहर नहीं आती तब तक किसानों की भलाई नहीं हो सकती। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य तभी मिल सकता है जब वह इससे बाहर निकलेगी। इसलिए आज रोष जाहिर करते हुए हमने ट्रैक्टर मार्च निकला है।

किसान नेता जगदीप औलख ने बताया कि किसान पिछले 13 फरवरी से हरियाणा और पंजाब के बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर बैठे हुए हैं । किसान शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाकर अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन करना चाहते हैं। हरियाणा सरकार उनको रोकने का काम कर रही है। लेकिन सरकार को यह हम बताना चाहते हैं कि पंजाब के किसान अकेले नहीं है ।हरियाणा के किसान भी उनके साथ खड़े हुए हैं अगर सरकार जल्दी किसान की बात नहीं मानती तो हम अपने ट्रैक्टर सहित हरियाणा के लाखों की संख्या में किसान दिल्ली कुच करने के लिए तैयार हैं। हालांकि हमारे वरिष्ठ नेताओं के कहने पर सांकेतिक ट्रैक्टर मार्च निकाला गया है। इसमें हमने दिल्ली की तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर ट्रैक्टरों का रुख करके ट्रैक्टर मार्च निकाला है । लेकिन अगर सरकार बात नहीं मानती तो हमारे ट्रैक्टर सिर्फ यही नहीं रुकेंगे यह दिल्ली जाकर ही रूकेंगे।

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