Bageshwar Dham Sarkar Dhirendra Shastri पर भड़के किसान, धीरेंद्र शास्त्री ने पानीपत में आयोजित कार्यक्रम में बोला था पानीपत के पागल

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Bageshwar Dham Sarkar Dhirendra Shastri
  • किसान बोले या तो मांगे माफी नहीं तो लेंगे बड़ा एक्शन
  • किसान नेताओं ने प्रेस वार्ता कर बताया मंगलवार को गोहाना में लाखों की संख्या में इकट्ठा होंगे किसान
  • प्रदर्शन में पहुंचेंगे किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी
  • फसल बीमा कंपनियों के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा

Aaj Samaj (आज समाज),Bageshwar Dham Sarkar Dhirendra Shastri,पानीपत :  रविवार को पानीपत में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की मुश्किलें आने वाले समय में बढ़ सकती हैं। क्योंकि पानीपत के किसानों ने धीरेंद्र शास्त्री को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। पानीपत के किसानों ने किसान भवन में एक मीटिंग आयोजित कर यह बड़ा फैसला लिया है। दरअसल बीते कल आयोजित कार्यक्रम में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पानीपत के लोगों को पानीपत के पागल कहा था। धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान से किसान भड़क गए हैं और उन्होंने एक प्रेस वार्ता बुलाकर धीरेंद्र शास्त्री से 72 घंटे के अंदर माफी मांगने की मांग की है। किसानों ने कहा है या तो धीरेंद्र शास्त्री माफी मांग ले नहीं तो 72 घंटे के बाद उनके खिलाफ थाने में शिकायत दी जाएगी और वह कोर्ट का दरवाजा भी खटखटएंगे। इतना ही नहीं किसानों ने बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री को ढोंगी बाबा भी करार दिया किसानों ने कहा कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री का बीजेपी सरकार इस्तेमाल कर रही है।

 

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना द्वारा किसानों के साथ फ्रॉड करने के आरोप

वहीं किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना द्वारा किसानों के साथ फ्रॉड करने के आरोप लगाए हैं। भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा है कि इस विषय में गोहाना में 29 जनवरी से धरना चल रहा है और मंगलवार को इस धरने पर हरियाणा प्रदेश के किसानों के बड़े-बड़े नेता पहुंचेंगे। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने मंगलवार को हरियाणा के किसानों को भारी संख्या में पहुंचने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि जहां किसानों की फसल खराब हुई वहां सात आठ महीने का इंतजार करने के बाद बीमा कंपनियों द्वारा किसानों का बीमा ही कैंसिल कर दिया और उनका प्रीमियम वापस कर दिया और जहां फैसले खराब नहीं हुई वहां पर इन बीमा कंपनियों ने किसानों का प्रीमियम भी लूट लिया और राज्य और केंद्र सरकार की सब्सिडी भी लूट ली। जब उन्होंने इस बारे में एग्रीकल्चर डायरेक्टर के सलाहकार से बात की तो उन्होंने भी बीमा कंपनियां का बचाव किया क्योंकि वह बीमा कंपनियों की सेवा कर रहा है उनसे पैसे ऐंठ रहा है।

 

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