कला मनुष्य को बनाती है संवेदनशील: डा. शरणजीत Art Makes Man Sensitive

0
273
Art Makes Man Sensitive

संजीव कौशिक, रोहतक:
Art Makes Man Sensitive  : कला, साहित्य, संगीत मनुष्य को संवेदनशील बनाती है। जरूरत है कि हम अशक्त लोगों, विशेषकर मूक-बधिर-दृष्टिबाधित के प्रति भी संवेदनशील हों।

Read Also : आजादी के 75वें साल में कार्यक्रम से करेंगे लोगों को जागरूक Make People Aware

Art Makes Man Sensitive  : ये उद्गार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की प्रथम महिला और हरियाणा वेलफेयर सोसायटी फॉर स्पीच एंड हियरिंग इंपेयर्ड की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर ने कहे।

Art Makes Man Sensitive

हरियाणवी गीतों से बिखेरी छटां Art Makes Man Sensitive

वे विश्वविद्यालय के 40वें इंटर जोनल यूथ फेस्टिवल यूनिफेस्ट 2022 के तीसरे दिन प्रातकालीन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त कर रही थीं। डा. शरणजीत कौर ने कहा कि हमें समाज में शारीरिक अशक्त व्यक्तियों के प्रति परानुभुति होनी चाहिए। टैगोर सभागार में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में प्रातकालीन सत्र में हरियाणवी पारंपरिक और लोक गीतों की धूम रही। प्रतिभागी टीमों ने हरियाणवी गीतों के जरिये ग्रामीण जीवन तथा पारंपरिक संस्कृति की छटां बिखेरी। हरियाणा का लोक जीवन इन गीतों में जीवंत हो गया।

Read More : Haryana Gyan Vigyan Samiti State Executive Meeting बैठक कर जिलों की कार्यकर्मो और सांगठनिक स्थिति बारे की चर्चा

प्रतिभागियों ने बनाई सुंदर रंगोली Art Makes Man Sensitive

टैगोर सभागार के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित इलोक्यूशन (वक्तृता) प्रतियोगिता में प्रतिभागियों- साक्षी दलाल, नीति भारद्वाज, अंशू सहरावत और आलोक सिंह ने भारतीय युवा की दिशा-दशा पर प्रभावी विचार सांझा किए। आज ललित कला इवेंट्स के तहत रंगोली तथा फोटोग्राफी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। प्रतिभागियों ने रंगों के सुंदर मिश्रण से रंगोली सजाई। फोटोग्राफी इवेंट में प्रतिभागियों ने यूनिफेस्ट 2022 के विविध रंगों व विधाओं को अपने कैमरे में उतारा।

Haryana Gyan Vigyan Samiti State Executive Meeting

Read Also : Mann Ki Baat पीएम मोदी ने 400 अरब डॉलर का निर्यात हासिल करने के लिए भारत को बधाई दी

Connect With Us : Twitter Facebook

SHARE