Tagsसिर्फ ईमानदार कह देने से कोई ईमानदार नहीं हो जाता। उसको अपने कर्तव्य भी उसी तरह निभाने होते हैं। जन मानस के दर्द को भी महसूस करना होता है और उसके प्रति सम्मान का भाव भी रखना होता है।

Tag: सिर्फ ईमानदार कह देने से कोई ईमानदार नहीं हो जाता। उसको अपने कर्तव्य भी उसी तरह निभाने होते हैं। जन मानस के दर्द को भी महसूस करना होता है और उसके प्रति सम्मान का भाव भी रखना होता है।

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