Yamuna’s Water Level : रविवार खतरे के निशान की और बढ़ा यमुना का जल स्तर दोपहर बाद होने लगा कम

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Yamuna's Water Level
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Aaj Samaj (आज समाज),Yamuna’s Water Level,पानीपत:  हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद रविवार को सनौली खुर्द यमुना पुल पर यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर पहुंच गया है। जलस्तर के खतरे के निशान की ओर बढ़ने के कारण तटवर्ती गांवों के लोग बाढ़ को लेकर चिंतित हैं। दरअसल, आपको बता दें कि पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश के चलते हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्थित हथिनीकुंड बैराज से एक दिन पहले शनिवार को यमुना नदी में अधिकतम 2,51,987 क्यूसेक पानी प्रवाहित किया गया था। इसके बाद रविवार को यमुना नदी के जलस्तर में एकाएक वृद्धि दर्ज की गई है, जिसके चलते यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु 231 मीटर से ऊपर पहुंच गई। वर्तमान में ब्रिज पर यमुना नदी का बहाव 231.13 मीटर पर है। जबकि यहां से खतरे का निशान 231.50 मीटर पर है।
इसी को लेकर खादर क्षेत्र में खेती करने वाले किसान और आसपास के गांवों में रहने वाले लोग बाढ़ की आशंका को लेकर डरे हुए हैं। हालांकि, क्षेत्र में अभी किसी प्रकार के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। दूसरी ओर यमुना नदी के जलस्तर बढ़ने को लेकर प्रशासन की ओर से यमुना से सटे गांवों में अलर्ट किया गया है।
  • सोमवार दोपहर बाद टलेगा खतरा, पहाड़ों में हुई बारिश तो दोबारा हो सकती है परेशानी
  • खतरे के निशान से महत 27 सेमी.दूर बहा यमुना का जल

हजारों एकड़ फसल बाढ़ से बर्बाद हो गई थी

रविवार सुबह आठ बजे हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 1,42,603 क्यूसेक पानी प्रवाहित किया गया है। जबकि शाम चार बजे 45568 हजार क्यूसेक पानी प्रवाहित होने के साथ ही यमुना का जलस्तर भी घटना शुरू हो गया है। जोकि घट कर 231.04 रह गया है। विभाग की ओर से क्षेत्र में विशेष निगरानी की जा रही है। गौरतलब है कि 11 जुलाई को हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 3.2 लाख क्यूसेक पानी प्रति सेकंड डिस्चार्ज किया गया था। जिस कारण यमुना नदी में बाढ़ आ गई थी। यमुना की बाढ़ से तामशाबाद गांव के पास पत्थरगढ की और व नवादा आर के पास पुरानी यमुना के बांध का हिस्सा पानी में बह गया था तथा हजारों एकड़ फसल बाढ़ से बर्बाद हो गई थी। बाद में हथिनी कुंड बैराज पर पानी की मात्रा के कम होने के चलते यमुना का जलस्तर धीरे धीरे कम होता गया। शनिवार सुबह 8 बजे व शाम 4 बजे यमुना नदी का जलस्तर समुद्र तल से 229.95 मीटर की ऊंचाई पर दर्ज किया गया। यमुना का चेतावनी बिंदु 231 मीटर व खतरे का निशान 231.50 मीटर पर है। वहीं पहाड़ों पर अधिक वर्षा के चलते शनिवार सुबह 8 बजे हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा 68 हजार 357 क्यूसेक प्रति सेकंड तथा दोपहर 2 बजे बढक़र 2 लाख 51 हजार 987 क्यूसेक प्रति सेकंड दर्ज की गई।

यमुना नदी में शनिवार को छोड़े गए पानी से बढ़ा जलस्तर

शनिवार सुबह 8 बजे 68 हजार 357 क्यूसेक
सुबह 9 बजे 1 लाख 47 हजार 857 क्यूसेक
सुबह 10 बजे 2 लाख 9 हजार 42 क्यूसेक
सुबह 11 बजे 2 लाख 23 हजार 54 क्यूसेक
दोपहर 12 बजे 2 लाख 40 हजार 825 क्यूसेक
दोपहर 1 बजे 2 लाख 41 हजार 518 क्यूसेक
दोपहर 2 बजे 2 लाख 51 हजार 987 क्यूसेक
दोपहर बाद 3 बजे 2 लाख 42 हजार 905 क्यूसेक
शाम 4 बजे 2 लाख 32 हजार 566 क्यूसेक
शाम 5 बजे 2 लाख 4 हजार 436 क्यूसेक

रविवार को सुबह 1 बजे घटना शुरू हुआ यमुना का जल

रविवार सुबह 1 बजे 1 लाख 53 हजार क्यूसेक
सुबह 2 बजे 1 लाख 51 हजार क्यूसेक
सुबह 3 बजे 1 लाख 50 हजार क्यूसेक
दोपहर 1 बजे 59570 हजार क्यूसेक
दोपहर 2 बजे 38297 हजार क्यूसेक
दोपहर बाद 3 बजे 43476 हजार क्यूसेक
शाम बाद 4 बजे 45568 हजार क्यूसेक
उक्त सभी आंकडें केंद्रीय जल बोर्ड आयोग के कार्यालय के अनुसार है।

वर्जन

इस विषय में केंद्रीय जल बोर्ड आयोग के जेई रोहित कुमार ने बताया कि यमुना में हथनी कुंड बैराज से रविवार सुबह कम होने लगा था, जो कि शाम 4 बजे तक 45568 हजार क्यूसेक रह गया है। और यमुना का जल स्तर भी यमुना पुल पर घटकर 231.13 मीटर से 231.04 रह गया है। जोकि सोमवार शाम तक घट कर कम हो जाएगा। अगर पहाड़ों में बारीश नही हुई तो घबराने की कोई बात नहीं है।

वर्जन
इस विषय में नायब तहसीलदार बापौली कैलाशचद का कहना है कि दोपहर को यमुना का जलस्तर बढ गया था, लेकिन उसके बाद अब कम होने लगा है, खतरे की कोई बात नहीं है। प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।