यमुनानगर: प्रथम ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मलेश्वरी से हड़पे 24,69,883 रुपये

0
436

प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर:
जिले में लगातार धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं इस धोखाधड़ी से अब दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर एवं भारत को पहला ओलंपिक मेडल दिलाने वाली महिला कर्णम मल्लेश्वरी भी नहीं बच पाई उसके साथ भी लाखों रुपए की धोखाधड़ी हो गई।
गांच चाहड़ो में बन रहे कर्णम मलेश्वरी नेशनल वेट लिफ्टिंग एंड पावर लिफ्टिंग हाई परफारमेंस ट्रेनिंग एंड कोचिंग सेंटर के कंस्टे्रक्स्शन के काम में गलत व अधिक पैमाइश करके मैसर्ज पिरामीड बिल्डर्स कंस्ट्रेक्शन कंपनी के तीन पार्टनरों ने ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मलेश्वरी से 2469883 रुपये हड़प लिए। पुलिस ने ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मलेश्वरी की शिकायत पर तीनों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज किया है।
सेक्टर-18 हुडा जगाधरी निवासी एवं दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी वाइस चांसलर कर्णम मलेश्वरी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने सन 2000 में सिडनी ओलंपिक में पदक हासिल किया था। जिसके बाद से वह ोलों को बढ़ावा देने के लिए गांव चाहड़ो में कर्णम मलेश्वरी नेशनल वेट लिफ्टिंग एंड पावर लि िटंग हाई परफारमेंस ट्रेनिंग एंड कोचिंग सेंटर बनाना चाहती थी। स्पोर्टस मिनिस्ट्री इंडिया द्वारा उसे सेंटर बनाने की अप्रुवल दी गई। जिसमें सरकार द्वारा कर्णम मलेश्वरी को पांच करोड़ की एड दी जानी थी। सेंटर के कंस्टे्रक्शन का कार्य स्पोर्टस मिनिस्ट्री की देखरेख में किया जाना था। फरवरी 2019 में सेंटर के कंस्टे्रक्शन के बारे टेंडर पास किया गया। जिसमें कंस्टे्रक्शन की समय अवधि दस माह की थी। मैसर्ज पिरामीड बिल्डर्स द्वारा 21 फरवरी 2019 को सेंटर के कंस्टे्रक्शन बारे पांच करोड़, 76 लाख 36 हजार 75 रुपये की बिड लगाई गई। उसने मैसर्ज पिरामीड बिल्डर्स की बिड स्वीकार कर ली। 28 मार्च 2019 को उसने मैसर्ज पिरामीड बिल्डर्स द्वारा इकरारनामा कर लिया गया। मगर इस दौरान मैसर्ज पिरामीड बिल्डर्स के पार्टनरों अनुज अग्रवाल, निकुल अग्रवाल तथा नितिन अग्रवाल द्वारा कनस्ट्रैक्शन का कार्य बहुत धीमी गति से किया गया और बहुत से अनियमिताएं बरती। जब इंजीनियरों द्वारा कंस्टे्रक्शन की क्वालिटी को लेकर टेस्ट किया गया तो वह फेल आए। मगर बिलों के आधार पर मैसर्ज पिरामीड बिल्डर्स को 2,28,35,371 रुपये जा चुके थे। इसके पश्चात सेंटर की कंस्टे्रक्शन का कार्य दोबारा से शुरू करवाने के लिए मिनिस्ट्री से अपु्रवल ली जानी थी। मिनिस्ट्री द्वारा अपु्रवल दिए जाने से पहले मैसर्ज पिरामीड बिल्डर्स द्वारा मौके पर की गई कंस्टे्रक्शन को डिप्टी डायरेक्टर साईं एनआरसी सोनीपत से चैक करवाया। जिन्होंने मौके पर की गई पमाईश के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार की । रिपोर्ट में कंस्टे्रक्शन की पूरी कीमत 2,03,65,488 रुपये बनती है। कर्णम मलेश्वरी ने आरोप लगाया कि आरोपितों ने कनस्टे्रक्सन के काम में गलत व अधिक पैमाइश करके मैसर्ज पिरामीड बिल्डर्स कनस्ट्रेक्सन कंपनी के तीन पार्टनरों ने 24,69,883 रुपये हड़प लिए। उसने आरोपितों के िालाफ पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ धारा 406 व 420 के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

SHARE