यमुनानगर : व्यापार में घाटे की पूर्ति के लिए मांगी थी 2 करोड़ की फिरौती

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Yamunanagar A ransom of Rs 2 crore
Yamunanagar A ransom of Rs 2 crore

प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर :
पुलिस प्रवक्ता चमकौर सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल के निर्देशानुसार कार्य करते हुए अपराध शाखा 1 की टीम ने आढ़ती प्रदीप मित्तल से दो करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने इस मामले की जांच अपराध शाखा-1 को दी थी। अपराध शाखा-1 की टीम ने जागधौली निवासी गुरमुख सिंह, रणबीर सिंह व सोनीपत के गांव अगवानपुर निवासी मनजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। इनमें से रणबीर सिंह मोबाइल की दुकान करता है। उसने ही आरोपी गुरमुख सिंह को काल करने के लिए सिम उपलब्ध कराई थी। अपराध शाखा 1 के इंचार्ज राकेश मटोरिया ने बताया कि इस मामले की तफ्तीश के लिए उप निरीक्षक प्रमोद वालिया, सुखदेव, हरदयाल व संदीप की टीम को लगाया गया था। मोबाइल नंबर के आधार पर केस की तफ्तीश शुरू की गई है। जिस नंबर से यह काल की गई थी।

वह नवांशहर के सतीश कुमार के नाम से चल रहा था। जब उससे पूछताछ की, तो सामने आया कि उसने अपना मोबाइल नंबर रणबीर सिंह की दुकान से पोर्ट कराया था। जब पुलिस ने रणबीर सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो पूरा मामला खुल गया। रणबीर से यह सिम गुरमुख सिंह ने ली थी। इसके लिए उसे दो हजार रुपये दिए गए थे। पूछताछ में पता लगा कि गुरमुख सिंह का राइस मिल था। उस पर काफी कर्जा हो चुका था। चावल न लौटाने पर हरियाणा वेयर हाउस की ओर से उस पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह गायब हो गया था और इस दौरान पंजाब के अंडेसरा में ढाबे पर रहने लगा। वहीं पर उसकी मुलाकात मनजीत सिंह के साथ हुई। मनजीत सिंह भी अंडेसरा गांव में ही रहता था। दोनों की आपस में बातचीत हुई। मनजीत सिंह से उसने बात की, तो मनजीत ने कहा कि किसी बड़े व्यापारी से पैसा वसूलते हैं।

काल करने के लिए गुरमुख सिंह ने गांव के ही रणबीर सिंह से सिम लिया। इसके बाद गुरमुख सिंह यहां से मनजीत के पास गया। दोनों ने अंडेसरा में कार में बैठकर प्रदीप मित्तल को काल की और लारेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य अक्षय पालड़ा का नाम लेकर दो करोड़ की रंगदारी मांगी। इंचार्ज राकेश मटोरिया ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सिम देने के आरोपित रणबीर को जेल भेज दिया गया। दो अन्य आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है। उनसे देसी पिस्टल व आठ कारतूस बरामद हुए हैं। यह भी पता लगाना है कि इनका लारेंस बिश्नोई गैंग से कोई संबंध है या नहीं।

यह था मामला
प्रदीप मित्तल ने सेक्टर 17 थाने में दी शिकायत में बताया था कि उनके मोबाइल पर 7 जुलाई की रात फोन कर पैसे मांगे व जान से मारने की धमकी दी। उसने अपना मोबाइल रिकार्डिंग पर लगाकर अपने दोस्त मनोज गोयल को दे दिया। इसके बाद दोबारा फोन आया, तो उनसे दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई। रुपये नहीं देने पर उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी। फोन करने वाले ने अपना नाम लारेंस बिश्नोई गैंग से अक्षय पालड़ा बताया। वह सोनीपत का रहने वाला है। इस शिकायत पर सेक्टर 17 थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है। बाद में इस केस की तफ्तीश अपराध शाखा 1 को ट्रांसफर की गई थी।

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